-एनजीटी के नियमों की उड़ाई जल निगम ने धज्जियां, महापौर ने सिर्फ बारिश के दौरान नाले खोलने के दिए थे निर्देश
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KANPUR : मानसून की पहली जोरदार बारिश से एक बार फिर सीसामऊ नाला गंगा में गिरने लगा, लेकिन लापरवाह अफसरों ने इसे 24 घंटे बाद भी बंद नहीं किया। यही हाल बाकी सभी 6 टैप नालों का रहा। बारिश से पहले नमामि गंगे के तहत सीवर सफाई की गई थी, लेकिन सफाई के दौरान नालों में बहाव को रोकने के लिए बोरियां लगाकर छोड़ दी गई। इसकी वजह से भी वीआईपी रोड, हडर्ड चौराहा, ग्रीन पार्क चौराहा सहित अन्य इलाकों में भारी पानी भर गया।
नहीं था कोई एक्शन प्लान
गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, जल निगम ने पहले से जलभराव को लेकर कोई तैयारी नहीं की थी। सीसामऊ नाले का गेट का सही समय पर न खुलने पर खलासी लाइन, ग्वालटोली आदि क्षेत्र में 6 फीट तक पानी भर गया। इसके अलावा इमरजेंसी में तैयारियों से निपटने के लिए भी जल निगम के अधिकारियों ने कोई एक्शन प्लान तैयार नहीं किया। इसके अलावा परमट, नवाबगंज, म्योर मिल, शीतलाबाजार नाला सहित अन्य नाले भी गंगा में गिरते रहे। मामले में प्रोजेक्ट मैनेजर घनश्याम द्विवेदी ने बताया कि 4 बजे के बाद सीसामऊ नाले को बंद कर दिया गया था।