कानपुर (ब्यूरो)। उर्सला हॉस्पिटल में महिला पेशेंट से ऑपरेशन के लिए एजेंट के रुपये लेने का मामला शासन तक पहुंच चुका है। स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री तक मामले में एक्शन मोड पर आ चुके हैं। फ्राइडे को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हॉस्पिटल की व्यवस्था सुधारने के लिए निदेशक को निर्देशित किया था। जिसके बाद सैटरडे को हॉस्पिटल में काफी सख्ती दिखी। निदेशक डॉ। एचडी अग्रवाल ने पुलिस बल के साथ ओटी, ओपीडी और कैंपस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पकड़े गए पांच एजेंट पुलिस को सौंपे गए। जिन पर कार्रवाई की जा रही है।

पकड़े जाने पर होगी एफआईआर

उर्सला के निदेशक डॉ। एचडी अग्रवाल ने बताया कि अब हर दिन ओपीडी और ओटी का औचक निरीक्षण किया जाएगा। जो एजेंट पकड़ा जाएगा। उसके खिलाफ एफआईआर की जाएगी। इसके साथ ही जिस डाक्टर की शिकायत पेशेंट की ओर से की जाएगी। उसकी तत्काल जांच कर दोषियों पर कार्रवाई के लिए शासन को लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि महिला आफरीन ने हॉस्पिटल को दिए अपने लिखित बयान में स्पष्ट किया है कि उससे डाक्टर ने रुपये नहीं लिए हैं। डाक्टर को इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैं। हालांकि हॉस्पिटल की ओर से एजेंट के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि उनके आने के बाद से हॉस्पिटल में मेडिकल सेवा का विस्तार और सुधार हुआ है।