कानपुर(ब्यूरो)। सूबे के सबसे बड़े गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में अब पीजी के डिप्लोमा कोर्सेस की पढ़ाई नहीं होगी। बल्कि डिप्लोमा कोर्सेस की सीटों को पीजी सीटों में कंवर्ट किया जाएगा। यह काम शुरू भी हो चुका है। अब तक 7 डिप्लोमा सीटों के अगेंस्ट पीजी की सीटें कॉलेज प्रशासन को स्वीकृत हो चुकी हैं। वहीं एनएमसी के इंस्पेक्शन के बाद अब तक कॉलेज में एमडी और एमएस कोर्सेस की कुल 38 सीटें बढ़ी हैं। जिससे मेडिकल कॉलेज में पीजी की सीटों की कुल संख्या 85 से बढक़र 123 हो गई है। इससे स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी दूर होगी और पेशेंट्स को बेहतर इलाज मिलेगा।

इसी सेशन आएंगे रेजीडेंट
इन बढ़ी हुई सीटों पर इसी सेशन में काउंसिलिंग के जरिए रेजीडेंट्स आएंगे। केजीएमयू के बाद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में अब सबसे ज्यादा एमबीबीएस और एमडी-एमएस की सीटें हो गई हैं। इसका फायदा न सिर्फ मेडिकल स्टूडेंट्स को मिलेगा बल्कि मरीजों को भी होगा। क्योंकि नई सीटें मिलने के साथ ही अलग अलग डिपार्टमेंट्स को शासन से कई संसाधन भी मिलेंगे। जिसका इस्तेमाल टीचिंग और ट्रीटमेंट दोनों में होगा।

कंवर्ट होंंगी सीटें
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने जानकारी दी कि अभी कॉलेज के 4 प्रमुख क्लीनिकल डिपार्टमेंट््स में पीजी डिप्लोमा कोर्सेस की कुल 19 सीटें हैं। एनएमसी की नई गाइडलाइन के बाद इन पीजी डिप्लोमा सीटों को एमडी व एमएस की सीटों में कंवर्ट किया जा रहा है। इसके लिए कुछ सीटों के पीजी में कंवर्ट करने को लेकर एनएमसी ने परमिशन दे दी हैं। जबकि जल्द बाकी सीटों पर भी पीजी के तहत एडमिशन की अनुमति मिलने की उम्मीद है।

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किस डिपार्टमेंट में कितनी सीटें बढ़ी-

डिपार्टमेंट- पहले- अब
मेडिसिन-10-18
ऑब्स एंड गायनी-10-19
सर्जरी-15-18
ईएनटी-3-6
पैथोलॉजी-6-9
कम्यूनिटी मेडिसिन-2-3
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ये डिप्लोमा कोर्सेस होंगे बंद

ऑब्स एंड गायनी- डीजीओ(7)
आर्थोपेडिक्स- डी आर्थो(3)
पीडियाट्रिक्स- डीसीएच (7)
एनेस्थीसिया-डीआर्थो(३)
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पीजी की पहले सीटें- 85
सीटें अब तक बढ़ी- 38
अब कुल पीजी की सीटें- 123
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45.60 करोड़ होंगे खर्च
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने जानकारी दी कि अभी जिन क्लीनिकल व नॉन क्लीनिकल डिपार्टमेंट््स में पीजी की सीटें बढ़ी हैं। उनके मुताबिक अब उन डिपार्टमेंटों में संसाधनों को भी बढ़ाया जाएगा। अभी क्लीनिकल डिपार्टमेंट््स से पीजी सीटों के बाबत संसाधन बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार कराए हैं। कई विभागों में नए उपकरण आएंगे। कुल 45.60 करोड़ रुपए का प्रस्ताव शासन को भेजा है। जिसे लेकर शासन के साथ मीटिंग में फैसला होना है।


पीजी डिप्लोमा की सीटें कनवर्ट की जा रही हैं। जिन डिपार्टमेंट में पीजी की सीटें बढ़ी हैं। वहंा संसाधन बढ़ाने के लिए विभागवार प्रस्ताव मांगे हैं। 45.60 करोड़ रुपए के प्रस्ताव मिले हैं। जिसे लेकर शासन के साथ मीटिंग कर सहमति ली जा रही है।
- प्रो। संजय काला, प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज