कानपुर (ब्यूरो)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में बने सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल को चलाने का कॉलेज प्रशासन ने तीन महीने का प्लान तैयार किया है। चरणबद्ध तरीके से इस अस्पताल में सुविधाओं को शुरू किया जाएगा। पहले चरण में ओपीडी शुरू हो चुकी है। जुलाई से सीटी स्कैन और एमआरआई जांच की सुविधा शुरू की जाएगी। जबकि अगस्त ये नेफ्रोलॉजी के मरीजों का इलाज भी शुरू हो जाएगा। सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में भी एक डायलिसिस यूनिट शुरू होगी। प्रिंसिपल ने इसके लिए डायलिसिस मशीनें मंगाने का प्रस्ताव शासन को दिया है।
ओपीडी भी बढ़ेगी
प्रिंसिपल प्रो.संजय काला ने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को अब गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशियलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट््यूट (जीएसवीएसएस पीजीआइ) के नाम से जाना जाएगा। फेजवाइज सुपर स्पेशिएलिटी ओपीडी को बढ़ाया जा रहा है। ट्रायल रन में न्यूरो सर्जरी और न्यूरोलाजी की ओपीडी शुरू की गई थी। इस दौरान एसी प्लांट, पंखे, पानी एवं अन्य उपकरणों से जुड़ी जो दिक्कतें सामने आई। उसे ठीक करने के लिए कार्यदायी संस्था को पत्र लिखा है। इनके दूर होते ही गैस्ट्रोइंटोलाजी, एंडोक्रायनोलाजी, नेफरोलाजी, यूरोलाजी, पेन मेडिसिन की ओपीडी शुरू की जाएगी। साथ ही सेकेंड फेज में सीटी स्कैन, एमआरआइ मशीन समेत अन्य जांच की सुविधा मिलेगी। इससे पहले कंसल्टेंट के कक्ष एवं लैब में कंप्यूटर लगाए जाएंगे।
33 केवीए का सब स्टेशन जल्द
प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने बताया कि केस्को सब स्टेशन के काम में देरी कर रही थी। इसलिए शासन ने यूपी प्रोजेक्ट लिमिटेड को इसका काम दे दिया है। नई कार्यदायी संस्था इसका जल्द ही कार्य शुरू करेगी। शासन ने इसके लिए बजट पहले ही स्वीकृत कर दिया है।