- आरबीआई ने खातों के हिसाब से बैंक डिपाजिट के जारी किए आंकड़े
- पहले क्वार्टर में सबसे कम, चौथे में सबसे ज्यादा डिपाजिट
KANPUR: बीते फाइनेंशियल ईयर में कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लोगों की बचत घट गई और बैंकों से पैसा ज्यादा निकाला गया। हालांकि लॉकडाउन के वक्त जो हालात थे वह पिछले फाइनेंशियल की आखिरी तिमाही में बेहतर होने लगे और बैंकों में डिपाजिट फिर बढ़ने लगा। आरबीआई की बैंकों में डिपाजिट की डिस्ट्रिक्टवाइज रिपोर्ट पर गौर करें तो कानपुर में पिछले फाइनेंशियल ईयर की पहली और आखिरी तिमाही में डिपाजिट 9.16 प्रतिशत तक बढ़ गया। कारोबार दोबारा रफ्तार पकड़ने लगा तो सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी भी करंट अकाउंट्स के डिपाजिट में हुई। जो 17.48 परसेंट है। मालूम हो कि पिछले फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही के दो महीने अप्रैल और मई में लॉकडाउन था। जबकि जून में अनलॉक शुरू हुआ, लेकिन तब भी कई बंदिशें लगी थी। जिसका असर लोगों की जेब पर पड़ा और उनकी बचत कम हुई।
आखिरी तिमाही में बढ़ा डिपाजिट
आरबीआई की खातों के हिसाब से कुल तिमाही डिपाजिट के आंकड़ों पर गौर करें तो पहली तिमाही में ही सबसे कम बैंक डिपाजिट हुआ। जो दूसरी तिमाही में बढ़ना शुरू हुआ और आखिरी तिमाही आते आते इसमें कुल 9.16 फीसदी का इजाफा हुआ। पहली तिमाही के मुकाबले आखिरी तिमाही तक सेविंग्स अकाउंट में कानपुराइट्स का डिपाजिट 11.62 फीसदी बढ़ा। जबकि करंट अकाउंट में डिपाजिट 17.48 फीसदी तक बढ़ा। टर्म अकाउंट्स में यह डिपाजिट 6.39 फीसदी तक बढ़ा। जिससे साफ है कि पाबंदियां हटते ही काम ने रफ्तार पकड़ी जिससे लोगों के हाथ में पैसा आया और उनके खातों में डिपाजिट बढ़ गया।
कानपुर में हर तिमाही अलग अलग खातों में कितना डिपाजिट-
तिमाही- करंट- सेविंग्स- टर्म
फर्स्ट क्वार्टर- 4,756-24,374-39,126
सेकेंड क्वार्टर-4,872-25,343-40,532
थर्ड क्वार्टर-5,583-26,318-40,682
फोर्थ क्वार्टर-5,763-27,576-41,796
सभी आंकड़े करोड़ रुपए में-
फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में कुल डिपाजिट-
टर्म खातों में कुल डिपाजिट- 1,62,136 करोड़
बचत खातों में कुल डिपाजिट- 1,03,611
करंट खातों में कुल डिपाजिट- 20,974
टोटल डिपाजिट- 2,86,721 करोड़