कानपुर (ब्यूरो)। दो हजार के नोट बदलने के लिए भीषण गर्मी में लोगों के चेहरे लाल हो रहे हैं। वेडनेसडे सुबह से ही बैंक ब्रांच में लाइन दिखीं। दोपहर में भी तमतमाए चेहरे लिए लोग बैंक शाखाओं में पहुंचते रहे। कामार्शियल एरियां में कुछ स्थानों पर युवकों को पैस देकर नोट बदलवाए गए, इससे वह खासे चहकते नजर आए। मालरोड स्थित पीएनबी बैंक शाखा में खड़े राजेश ने बताया कि वह एक बिजनेसमैन के रुपये जमा कराने आए हैं। इसी तरह गोङ्क्षवद नगर में एचडीएफसी, कोटक मङ्क्षहद्रा व एक्सिस समेत दूसरी बैंक शाखाओं में ऐसे युवक नोट जमा करते मिले, जिन्हें किसी व्यापारी या व्यक्ति ने रुपये दिए थे।

जमा भी किए और बदले भी गए
भारतीय रिजर्व बैंक व स्टेट बैंक की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के आधार पर दूसरे दिन बुधवार को शहर में लगभग 200 करोड़ के नोट बदले व जमा किए गए.हालांकि, यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन ने यह धनराशि 450 करोड़ रुपये होने का दावा किया। माल रोड, बिरहाना रोड, सीसामऊ, पी रोड, नयागंज, जनरलगंज, मूलगंज, परेड, किदवईनगर, गोङ्क्षवद नगर, बर्रा आदि क्षेत्रों में लगभग 150 करोड़ रुपये बैंक शाखाओं में खातों में जमा कराने का अनुमान बैंक अधिकारियों ने लगाया। इसी तरह 50 करोड़ रुपये बदलने की बात कही गई। इस तरह चार दिन में अनुमानित 520 करोड़ रुपये बदले व जमा किए गए। पहले दिन प्राइवेट बैंकों में आईडी मांगने के साथ फार्म भी भरवाए जा रहे थे, लेकिन बुधवार को ऐसा नहीं हुआ। मोतीझील स्थित एसबीआइ शाखा के प्रबंधक परिचालक रोहितकांत मिश्र ने बताया कि लगभग 84 लाख रुपये जमा कराए गए।


कैश वैन पड़ीं कम, अधिकारी-कर्मी रात तक देते पहरा
बैंक शाखाओं में दो हजार रुपये के बदले व जमा किए जा रहे नोट करेंसी चेस्ट तक पहुंचाने के लिए समस्या खड़ी हो रही है। कैश वैन कम होने के कारण ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की शाखाओं में वैन देर से पहुंच रहीं। इससे बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों को रात तक काम करना पड़ रहा है। इससे उनमें नाराजगी है।