कानपुर (ब्यूरो)। विजिलेंस के छापे में अतिरिक्त रुपये मिलने व अनियमितता मामले में निलंबित किए गए चारों यात्रा टिकट निरीक्षक (टीटीई) के विरुद्ध विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। इस दौरान सभी प्रयागराज मुख्यालय से संबद्ध रहेंगे। उन्हें काम के दौरान बेहतरी से दायित्व निभाने का भी पाठ पढ़ाया जाएगा।
विजिलेंस ने मारा था छापा
लखनऊ जंक्शन स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में 23 मार्च को विजिलेंस टीम ने छापा मारा था। सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन रुकने के दौरान टीटीई आनंद कुमार ने अपना बैग छूटने की बात कही। लखनऊ फाटक रेलवे क्राङ्क्षसग के पास चेन खींचकर ट्रेन रोकने के बाद उसने भागने का प्रयास किया, तभी उसे पकड़ा गया था। चेन खींचने का मामला दर्ज हुआ था। इसके साथ दूसरे टीटीई अनुदीप के पास 13,500 रुपये अतिरिक्त मिले थे। दोनों को चार्जशीट देकर सस्पेंड किया गया था।
निष्पक्ष जांच करा रहे
इसके साथ आठ मार्च को कानपुर सेंट्रल शताब्दी एक्सप्रेस में टीटीई फैजान खान से 7600 रुपये व फरवरी में मरुधर एक्सप्रेस में टीटीई से छह हजार रुपये अतिरिक्त मिले थे। सेंट्रल स्टेशन के निदेशक आशुतोष ङ्क्षसह ने सभी को निलंबित कर मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है। उन्होंने बताया कि विजिलेंस टीम की जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
विभागीय जांच निष्पक्ष ढंग से कराई जा रही है। अनियमितता या गलत काम करने वाले किसी भी कर्मी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।