कानपुर (ब्यूरो) हैलट के डॉक्टर्स के मुताबिक गाइड लाइन के मुताबिक डेंगू से ग्रसित पेशेंट की प्लेटलेट्स काउंट 30 हजार के नीचे आने के बाद उसको अस्पताल में भर्ती किया जाता है। वह भी सिर्फ प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए इसके अलावा उनके वहीं मेडिसिन दी जाती है जो नार्मल डेंगू में चलती हैं। डेंगू के केस में देखा गया है कि फीवर आने के दो दिन बाद से छह से आठ दिन तक प्लेटलेट्स काउंट लगातार गिरती रहती है। बॉडी हील होने के बाद शरीर में प्लेटलेट्स काउंट बहुत तेजी से बढ़ता है। लिहाजा दो से तीन दिन में पेशेंट फिट हो जाता है।

डर निकलना जरूरी
डॉक्टर्स का कहना है कि अस्पताल भी पेशेंट को भर्ती करने में मजबूर है। कई केस में पेशेंट इतना घबराया हुआ होता है कि वह खुद भर्ती करने की जिद करता है.जबकि इसकी आवश्यकता नहीं होती है। डेंगू भी एक तरह का बुखार है और इसे ठीक होने में थोड़ा समय लगता है। इसमें पेशेंट को घबराहट होने लगती है। वह अस्पताल की ओर भागने लगता है। जबकि दवा से ज्यादा एहतियात और घरेलू उपायों से डेंगू को ठीक किया जा सकता है।

दो दिन बुखार आने पर जांच कराएं
डायरेक्टर प्रोफेसर एंड हेड ऑफ मेडिसीन डिपार्टमेंट जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, डॉ। रिचा गिरी ने बताया कि वायरल व डेंगू दोनों के केस काफी आ रहे हैं। किसी को भी दो से तीन दिन लगातार बुखार आ रहा है तो नियमानुसार उसको अपने ब्लड की जांच करा लेनी चाहिए। जिससे जांच रिपोर्ट के आधार पर मेडिसीन शुरू की जा सके। सिटी की अपेक्षा आउटर में रहने वाले लोग अक्सर लगातार बुखार आने के बावजूद ब्लड की जांच नहीं कराते हैं। पहले वह घर पर ही दो से तीन दिन बुखार की दवा खाते रहते हैं। पेशेंट की अधिक तबियत खराब होने के बाद ही वह उसको हैलट लेकर आते हंै। जिससे उपचार करने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है।

इन बातों का रखें ध्यान
- शाम व सुबह पूरे कपड़े पहनें
- रात में मच्छरदानी लगाकर ही लेटे
- दो दिन लगातार बुखार आने वाले ब्लड की जांच अवश्य कराएं
- कूलर की पानी की टंकी को साफ रखें
- घर के आसपास साफ पानी का भराव न होने दें
- घर की बालकनी व लॉन में रखे गमलों में भी साफ पानी का भराव न होने दें

यह करें
- बुखार आने पर पैरासीटामोल तीन टाइम खाएं
- जिससे डेंगू के संक्रमण से फैमिली का अन्य मेंबर ग्रसित न हों
- खाना-पीना न छोड़ें, स्वाद नहीं आ रहा है कि फल व विटामिन वाली लिक्वेड चीजों का सेवन करें
- दो दिन लगातार बुखार आने पर किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाकर ब्लड की जांच अवश्य करा लें

कोट
डेंगू नाम मात्र से लोग डर जाते हंै। डेंगू जानलेवा बीमारी नहीं है बसरते पेशेंट समय से उपचार शुरू कर दे और किसी प्रकार की लापरवाही न करे। डेंगू के केस में 90 परसेंट पेशेंट को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत ही नहीं पड़ती है। वह डॉक्टर के मार्गदर्शन पर घर पर ही ठीक हो जाता है।
डॉ। रिचा गिरी, हेड ऑफ डिपार्टमेंट मेडिसीन, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज