कानपुर (ब्यूरो) रेलवे के पीआरएस सिस्टम के मुताबिक दीवाली के बाद 25 अक्टूबर से एक सप्ताह आगे तक पुष्पक, गोरखपुर-एलटीटी समेत उस रूट की रूटीन ट्रेनों में अभी से वेटिंग चलने लगी है। लिहाजा इस रूट की ट्रेनों में सफर करने वाले पैसेंजर्स को रेलवे द्वारा चलाई जाने वाली स्पेशल व क्लोन ट्रेनों में रूटीन ट्रेनों की अपेक्षा अधिक फेयर लेकर जाना होगा। वहीं अगर दीवाली के पहले की बात करें तो मुम्बई, सूरत व अहमदाबाद की तरफ से कानपुर आने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है।
इन ट्रेनों में है मौका
दीवाली के बाद कानपुर से दिल्ली जाने के लिए दिन की सिटिंग ट्रेनों में वर्तमान में सीट अवेलेबल शो कर रहा है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक 25 से 28 अक्टूबर तक रिवर्स शताब्दी, स्वर्ण शताब्दी, वंदेभारत एक्सप्रेस में सीट अवेलेबल है। वहीं कानपुराइट्स की फेवरिट ट्रेन श्रमशक्ति एक्सप्रेस की बात करें तो उसमें अभी से वेटिंग चल रही है। अगर आपको भी दिवाली के बाद अपने वर्कप्लेस दिल्ली जाना है तो देर न करे अभी इन ट्रेनों में एडवांस बुकिंग कर लें।
रोडवेज बसें बनेंगी सहारा
त्योहार के मौसम में ट्रेनें फुल हो जाने पर पैसेंजर्स के सामने लंबी जर्नी करने का सहारा रोडवेज की बसें बनती हैं। पैसेंजर्स की समस्या को देखते हुए कानपुर झकरकटी बस अड्डे से दिल्ली के लिए स्पेशल बसों का संचालन किया जाता है। इसके अलावा यूपी के विभिन्न रूटों पर अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाता है। जिन रूट पर त्योहार के समय पैसेंजर्स लोड अधिक होता है, वहां के लिए बसें अधिक उतारी जाती हैं।
दिल्ली रूट की प्रमुख ट्रेनें
रिवर्स शताब्दी
स्वर्ण शताब्दी
वंदेभारत एक्सप्रेस
कालका एक्सप्रेस
तेजस एक्सप्रेस
श्रमशक्ति एक्सप्रेस
आनंद विहार-जोगबनी
कानपुर-दिल्ली वीकली
मुम्बई, सूरत रूट की प्रमुख ट्रेनें
पुष्पक एक्सप्रेस
गोखपुर-एलटीटी
कानपुर-बांद्रा एक्सप्रेस
कानपुर-एलटीटी एक्सप्रेस
प्रतापगढ़-पनवेल
राप्ती सागर एक्सप्रेस
आंकड़े
289 से अधिक ट्रेनों का वाया कानपुर आवागमन
2 लाख से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन
23 से अधिक मुम्बई, सूरत व अहमदाबाद की ट्रेनें
47 से अधिक दिल्ली रूट की ट्रेनों का संचालन
25 से 28 अक्टूबर तक ट्रेनों में है लंबी वेटिंग
त्योहार के दौरान ट्रेनों में पैसेंजर्स लोड अधिक होता है। जिस रूट की ट्रेनों में लंबी वेटिंग चलती है। इन रूट में स्पेशल व क्लोन ट्रेनों का संचालन किया जाता है।
अमित सिंह, पीआरओ, प्रयागराज