कानपुर (ब्यूरो) लकी ड्रा, सेल, कैश बैक, एक का चार जैसे लुभावने ऑफर में कतई न फंसें। सर्च इंजन पर नामी गिरामी कंपनियों के डुप्लीकेट लोगो, डुप्लीकेट मेल आईडी और हेल्पलाइन नंबर पर डुप्लीकेट नंबर डालकर ये शातिर शिकार की तलाश में बैठे हैैं। लिहाजा ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त रहे बेहद सावधान। जरा सा चूकते ही शातिर आपका खाता खाली कर सकते हैं। शातिरों ने ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों से ठगी के लिए सोशल मीडिया पर कंपनी से मिलते जुलते लोगो बनाए हैैं। इसके साथ ही शातिरों ने उसे कंपनी की मिलती जुलती वेबसाइट के साथ पोस्ट भी कर दिया है। जिसे देखकर आम आदमी आसानी से धोखा खा सकता है।

गूगल पर न सर्च करें नंबर
साइबर ठगों से बचने के लिए आपको क्या करना है? इसके लिए कानपुर कमिश्नरेट पुलिस अवेयरनेस प्रोग्राम चला रही है। जिसे लेकर सोशल मीडिया से लेकर जो भी साधन पुलिस के पास हैैं उनसे जागरूक किया जा रहा है। थाना और थाना क्षेत्रों में पोस्टर लगाए जा रहे हैैं। सीनियर ऑफिसर्स में थाने में व्यापारियों की बैठक कर लोगों को जागरूक करने का प्लान भी बनाया है। अधिकारियों ने बताया कि खासकर वे लोग अलर्ट रहें, जो ऑनलाइन शॉपिंग करने के दौरान गलत सामान आने पर गूगल से हेल्प लाइन नंबर देखकर कॉल करते हैैं।

ठगी होने पर फौरन करें शिकायत
साइबर थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने बताया कि साइबर शातिर चोरी के फोन में प्री-एक्टिवेटेड सिम का इस्तेमाल करते हैैं। साथ ही फेक आईडी पर खोले गए खातों में ठगी की रकम डलवा देते हैैं। जिसके बाद उन्हें ट्रेस करना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने बताया कि पहले तो जागरूक रहें कि आपके साथ किसी तरह की घटना न हो। इसके बाद भी अगर वारदात हो जाती है तो तुरंत अपने आस पास के थाने या साइबर से संपर्क करें। जिससे खाते को फ्रीज कराकर रकम सुरिक्षत की जा सके।

इन बातों का रखें ख्याल
- मोबाइल पर कोई भी एप या इंटरनेट मीडिया को एक्टिवेट करते हैं तो अकाउंट को दोहरी सुरक्षा प्रदान करें।
- इंटरनेट मीडिया अकाउंट और बैंक अकाउंट का ऐसा पासवर्ड बनाना चाहिए जिसे अपराधी तोड़ न कर सकें।
- गाड़ी नंबर, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर आदि को पासवर्ड न बनाएं, ये बेहद कमजोर माने जाते हैं
- साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत ही नजदीकी थाने या हेल्पलाइन नंबर 1930 डायल कर शिकायत करें
- बैंक खाते, एटीएम, डेबिड और क्रेडिट कार्ड संबंधी जानकारी, ओटीपी किसी से साझा न करें।
----------------------------
सावधानी ही बचाव
- लुभावने ऑफर, लकी ड्रा, कैश बैक, डबल धमाका जैसे ऑफर्स के चक्कर में न पड़ें
- ऑथेंटिक वेबसाइट से ही खरीदारी करें, वेबसाइट का नाम सही टाइप करें
- गूगल से वेबसाइट सर्च कर ऑनलाइन शॉपिंग करने से बचें
- जानी मानी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों की डुप्लीकेट वेबसाइट से बच कर रहें
- बिजली का बिल जमा कर दें वरना आज रात से बिजली कट जाएगी जैसे मैसेज पर ध्यान न दें
- इंश्योरेंस के प्रीमियम में छूट, सस्ती दरों पर लोन देने वाली कॉल्स को एंटरटेन न करें
- किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें, एनीडेस्क को मोबाइल पर अपलोड न करें
- समय समय पर अपने मोबाइल, लैपटाप, कंप्यूटर को अपडेट करते रहें, एंटीवायरस यूज करें।

ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान साइबर ठगी संबंधी घटनाओं की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। पुलिस अपने संसाधनों से लगातार अवेयर कर रही है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से किया जा रहा है।
- हरमीत सिंह, थाना प्रभारी ,साइबर थाना