कानपुर (ब्यूरो) एसीपी बिल्हौर आलोक सिंह ने बताया कि ककवन थाना क्षेत्र के मनाव गांव में रहने वाले पुष्पेंद्र उर्फ ललुआ (32) 3 जनवरी को लापता हो गए थे। परिजनों ने ककवन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बुधवार शाम को नहर पटरी से मनावा की ओर जाने वाली सड़क किनारे पुष्पेंद्र की बाइक लावारिश हालत में मिली।

बाइक में लगा था खून
बाइक में खून लगा होने के साथ ही पुष्पेंद्र के खून से सने दस्ताने भी बरामद हुए। परिजनों की सूचना पर ककवन थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह और फोरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंची थी। पुलिस ने संदेह के आधार पर गांव के नौशाद हो हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि मृतक के घर में ही रहने वाली उनकी भांजी का नौशाद से प्रेम प्रसंग था।
परिजनों ने मामले की जानकारी होने के बाद इसका विरोध किया। दूसरी जगह शादी तय कर दी और 25 जनवरी को शादी होनी थी। इसके बाद नौशाद ने मामा के हत्याकांड की साजिश रची और बीते मंगलवार को पुष्पेंद्र का मर्डर करने के बाद शव को नहर में फेंक दिया।

परिजनों ने किया हंगामा
मृतक युवक के परिजनों ने आरोप लगाया कि ककवन थाने की पुलिस गुमशुदगी लिखकर शांत बैठ गई थी। परिजनों को जब खून से सनी बाइक और दस्ताने मिले तो पुलिस हरकत में आई। इसके बाद संदिग्ध आरोपी नौशाद को हिरासत में लिया। सख्ती करने पर नौशाद ने हत्याकांड की बाद स्वीकार की। अगर समय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो शव तलाशने के लिए इतनी मशक्कत नहीं करनी पड़ती।

शादी का कार्ड बांटने निकला था मृतक
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि मृतक पुष्पेंद्र शादी का कार्ड बांटने ही घर से निकला था, लेकिन शराब पिलाने के बहाने नौशाद ने उसे रोक लिया था। शराब पिलाने के बाद नौशाद ने चापड़ से पुष्पेंद्र की हत्या की और इसके बाद शव को नहर में फेंक दिया।

पीएसी के गोताखोरों को शव की तलाश में बुलाया
एसीपी बिल्हौर ने बताया कि पुष्पेंद्र के शव की तलाश करने के लिए पीएसी के गोताखोरों और लोकल के गोताखोर के साथ पुलिस को लगाया गया है। ककवन की निचली गंग नहर में शव की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें बीते दो दिन से काम कर रही हैं।