कानपुर (ब्यूरो) पुलिस के मुताबिक ककवन निवासी 30 साल के राजीव उर्फ भोले के गांव में रहने वाले सोमदत्त तिवारी उर्फ बाबू की पत्नी से प्रेम संबंध थे। जानकारी होने पर कई बार बाबू के मना करने पर राजीव उसे जान से मारने की धमकी देता था। पुलिस के मुताबिक कुछ दिन पहले ही बाबू ने 25 हजार के धान बेचे थे, जिसमें से 13 हजार रुपये भी राजीव ने लूट लिए थे। हत्यारोपी बाबू और इकरार ने पुलिस को बताया कि 9 दिसंबर को तीनों ने साथ में बैठकर बाबू के खेत पर शराब पी। इसके बाद राजीव और बाबू का झगड़ा हो गया। बाबू ने खेत में पड़े फावड़े से राजीव की हत्या कर दी और शव वहीं गाड़ दिया। दो दिन बाद इकरार के साथ शव को बंबे के पास दफना दिया।

परिजनों ने लिखाई थी गुमशुदगी
पुलिस के मुताबिक राजीव के कई दिनों तक न मिलने पर परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। साथ ही बाबू और इकरार का नाम भी लिखवाया था। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामला सामने आया। पुलिस और प्रशासन की टीम ने बंबा की खुदाई कर शव निकलवाया।

दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर दफनाया गया शव निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
राजेश कुमार, सीओ बिल्हौर