वे तीन दिन और तीन रातें ऐसे कृत्रिम माहौल में बिताएंगे जहां उनके चारों ओर बिजली दौड़ रही होगी। शुक्रवार से इस स्टंट को शुरू कर रहे 39 वर्षीय ब्लेन का कहना है वो इसे कई वर्षों से करना चाह रहे थे।
इस स्टंट के दौरान वे एक खास तरह का सूट, हेलमेट और हेडफोन पहनेंगे। वे इस दौरान कुछ खाएंगे नहीं और एक नली के जरिए बस पानी पीएंगे।
जान का खतरा
डेविड ब्लेन ने अपने इस स्टंट को 'इलेक्ट्रीफाइड: वन मिलियन वोल्ट्स आल्वेज़ आन' नाम दिया है। उनके बॉडी सूट का नामकरण अंग्रेज़ वैज्ञानिक माइकल फैराडे के नाम पर किया गया है। चारों और दौड़ रही बिजली और डेविड के बीच यही सूट और हेलमेट होगा जो उनकी जान बचाएगा।
ब्लेन के डॉक्टर स्टुअर्ट वीस का कहना है कि इस स्टंट के दौरान मुख्य खतरा ओज़ोन और नाइट्रस ऑक्साइड गैस निकलने का है जो ऐसे वातावरण में स्वभाविक रूप से पैदा होती है।
स्टंट के दौरान एक झरोखा ये सुनिश्चित करेगा कि ब्लेन को सांस लेने लायक हवा मिलती रहे और हेलमेट उन्हें अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन से बचाएगा।
ब्लेन ने इससे पहले लंदन में एक स्टंट किया था जिसमें उन्होंने शीशे के बॉक्स में 44 दिन गुजारे थे। एक अन्य स्टंट उन्होंने न्यूयॉर्क में किया था जिसमें वे 35 घंटे तक एक खंबे पर खड़े रहे थे।
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