- कुलीबाजार हादसे के बाद नगर निगम कराएगा सिक्योरिटी ऑडिट
- होर्डिग में लगे लोहे के स्ट्रक्चर जर्जर, बिल्डिंग गिरने का भी खतरा
KANPUR : बिल्डिंग की छतों पर लगे भारी भरकम होर्डिग के स्ट्रक्चर कभी भी कुलीबाजार जैसे हादसा का कारण बन सकते हैं। कानपुर में श्याम नगर इलाके के निवासी की होर्डिग गिरने से पहले ही मौत हो चुकी है। कुलीबाजार और ऐसे संभावित हादसों को रोकने के लिए नगर निगम लगभग 300 बिल्डिंग पर लगे होर्डिग स्ट्रक्चर का सिक्योरिटी ऑडिट कराएगा। इसके लिए केडीए को भी निर्देश दिए गए हैं कि वो बिल्डिंग की लोड कैपेसिटी की जांच करे और जर्जर हो चुकी बिल्डिंग पर लगे स्ट्रक्चर को हटवाया जाए। नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने चीफ इंजीनियर कैलाश सिंह को इसकी जांच के निर्देश दिए हैं।
दवा लेने डॉक्टर के पास जा रहे थे
श्याम नगर के कर्मचारी नगर में रहने वाले अजय जायसवाल डॉक्टर के पास दवा लेने जा रहे थे। इसी बीच आंधी आने से वह रास्ते में किनारे खड़े हो गए। अचानक बड़ी होर्डिग आंधी में उखड़ कर अजय के ऊपर जा गिरी। उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
सिटी में 272 लीगल साइट
विज्ञापन प्रभारी और उप नगर आयुक्त स्वर्ण सिंह ने बताया कि ईयर 2015-16 में 272 लीगल साइट्स थी। कोर्ट में मामला होने के चलते तब से लेकर अभी तक इन्हें ही लीगल माना गया है। वहीं नगर निगम ने ईयर-2020 में सर्वे कराया, जिसमें 82 से ज्यादा बिल्डिंग पर अवैध होर्डिग साइट्स बनी हुई हैं। जोन-1, 4 और 6 में सबसे ज्यादा अवैध होर्डिग लगी हैं।
लोड कैपेसिटी देखी जाएगी
नगर आयुक्त ने चीफ इंजीनियर को सभी होर्डिग साइट्स की जांच के आदेश दिए हैं। इसके अलावा केडीए को लेटर लिखकर बिल्डिंग की लोड कैपेसिटी चेक करने के लिए कहा है। क्योंकि नगर निगम सिर्फ होर्डिग में लगे विज्ञापन फ्लैक्स को हटा सकता है, ऐसे में इस मामले में केडीए पर कार्रवाई का पूरा दाराेमदार है।
5 टन से ज्यादा के स्ट्रक्चर
अशोक नगर, बिरहाना रोड, दीप टॉकीज तिराहा, नौबस्ता चौराहा, जाजमऊ समेत अन्य चौराहों पर पुरानी बिल्डिंग बनी है। इसमें ज्यादातर में कमाई के लिए लोगों ने 5 टन से ज्यादा लोड की होर्डिग स्ट्रक्चर लगाए हैं। ये स्ट्रक्चर इस कदर भारी होते हैं कि आंधी-तूफान में कभी भी बिल्डिंग को धराशायी कर सकते हैं।
आंकड़ों की नजर से
-272 होर्डिग साइट्स बिल्डिंग पर लीगल लगी हैं
-82 से ज्यादा साइट्स अवैध तरीके से बिल्डिंग में लगी हैं
-1, 4 और 6 जोन में अवैध होर्डिग साइट्स की भरमार
-5 टन से ज्यादा के लोहे के होर्डिग स्ट्रक्चर
-30 से ज्यादा जर्जर बिल्डिंग पर लगे हैं होर्डिग स्ट्रक्चर
'' बिल्डिंग पर लगे होर्डिग स्ट्रक्चर की सिक्योरिटी जांच के निर्देश दिए गए हैं। चीफ इंजीनियर से 7 दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। केडीए को भी जांच के लिए लिखा गया है.''
-अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त।