कानपुर(ब्यूरो)। साइबर ठगी के मामलों में कमिश्नरेट पुलिस दावा करती है कि समय पर सूचना मिलने पर वह पूरी रकम को फ्री करा देती है। जो जल्द पीडि़त को वापस मिल जाती है। लेकिन, पुलिस के इन दावों में कितनी हकीकत है इसकी पोल एक मामले खुल गई। कल्याणपुर निवासी छात्र के साथ 34,655 रुपए की साइबर ठगी 28 दिसंबर को हो गई। मैसेज मोबाइल पर मिलते ही छात्र ने साइबर सेल में ऑनलाइन शिकायत कर दी। इसके बावजूद साइबर सेल सिर्फ 59 रुपये होल्ड करा पाई। वहीं पीडि़त 15 दिन से कल्याणपुर थाने और साइबर सेल के बीच चक्कर काट रहा है लेकिन केस नहीं दर्ज किया गया।

लिंक खोलकर भरा फार्म
कल्याणपुर के इंदिरा नगर निवासी रिषभ कुमार ने बताया कि वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। उनके पिता सुधीर सिंह ई रिक्शा चलाते हैैं। रिषभ ने बताया कि उसे एक डॉक्टर का अप्वाइंटमेंट लेना था। गूगल से नंबर लेने के बाद उसने कॉल की। कॉल तो रिसीव नहीं हुई लेकिन कुछ देर बाद उसी नंबर एक फोन आया। डॉक्टर के अप्वाइंटमेंट लेने की बात पर कॉल करने वाले ने एक लिंक भेजा और खोलकर फार्म फिल करने को कहा। रिषभ ने लिंक खोलकर फार्म भर दिया।

चंद मिनटों में निकल गई रकम
रिषभ के मुताबिक, फर्म फिलकर सबमिट करते ही उसके एसबीआई अकाउंट से रकम निकल गई। जिसके बाद तुरंत साइबर सेल में ऑनलाइन शिकायत की। साइबर सेल से जानकारी मिली कि खाते से निकली रकम से 59 रुपये होल्ड हो पाए हैैं। पीडि़त ने बताया कि वह 14 दिन से थाने और साइबर सेल के चक्कर लगा रहा है, इसके बाद भी केस तक नहीं दर्ज किया गया। अब 15 जनवरी को थाने बुलाया है।
-------------------------
सूचना देरी से देने की वजह से पूरी रकम होल्ड नहीं हो पाई है। मामला साइबर सेल की जानकारी में है। जल्द वर्कआउट किया जाएगा।
हरमीत सिंह, प्रभारी निरीक्षक साइबर सेल