कानपुर (ब्यूरो)। साइबर ठग ने रेलवे की टिकट कैंसिल करने के नाम पर जाजमऊ के तिवारीपुर निवासी नागेंद्र ङ्क्षसह के खाते ३.५५ लाख रुपये पार कर दिए। उन्होंने रकम निकलने का विरोध जताया तो आरोपी ने उनके नाम पर तीन लाख रुपये का लोन लेकर उनके खाते में रकम ट्रांसफर कर दी। जिसका मैसेज आने पर उन्हें अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। तब उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की।

मोबाइल टॉवर कंपनी में मेंटिनेंस

नागेंद्र ङ्क्षसह एक टेलीकाम कंपनी में टावर की देखरेख का काम करते है। उन्होंने बताया कि उन्होंने बेटे के लिए कलकत्ता से कानपुर आने के लिए टिकट बुक कराया था। इस दौरान बेटे का आने का प्रोग्राम बदलने पर बीती २३ मार्च को उन्होंने टिकट कैंसिल कराने के लिए रेलवे के पूछतांछ नंबर १३९ पर कॉल की। जहां से टिकट कैंसिल करने के लिए उन्हें टोल फ्री नंबर पर बात करने के लिए बोला गया।

गूगल से सर्च किया था

उन्होंने गूगल सर्च इंजन से रेलवे का टोलफ्री नंबर निकाल कर टिकट कैंसिल करने के लिए बात की। कुछ देर बाद उनके पास दोबारा कॉल आई। जिसने रकम वापसी के लिए नेट बैंकिग देखने के लिए बोला। जैसे ही उन्होंने अपने मोबाइल पर नेट बैंकिग की सुविधा शुरू की। कुछ ही देर में उनका मोबाइल हैंग हो गया। जिसके बाद उनके खाते से कई बार में करीब ३.५५ लाख रुपये पार कर निकल गए।

आरोपियों ने दिखाया शातिराना अंदाज

जब उन्होंने खाते से रुपये निकलने की बात की। इस बीच आरोपियों ने उनके नाम पर तीन लाख रुपये का लोन लेकर रकम उनके खाते में ट्रांसफर कर दी। जिसका मैसेज आने पर उन्हें अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। थाना प्रभारी रामबाबू ङ्क्षसह ने बताया कि पीडि़त की शिकायत पर रिपोर्ट दर्जकर साइबर सेल की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है।