-ऑनलाइन ठगी के लिए साइबर क्रिमिनल्स इंटरनेट कैफे संचालकों और शॉपकीपर्स के अकाउंट्स का कर रहे यूज
-कमीशन का लालच देकर उनके एकाउंट में मंगवाते हैं ठगी की रकम, क्राइम ब्रांच की तफ्तीश में सामने आए कई मामले
KANPUR : साइबर क्रिमिनल्स पुलिस से दो कदम आगे चल रहे हैं। जहां-जहां पुलिस उन तक पहुंचने के साइबर बैरिकेड्स लगाती है। उस प्वाइंट को ये क्रिमिनल्स पहले ही आसानी से पार कर चुके होते हैं। दरअसल, साइबर क्रिमिनल्स जिन बैंक अकाउंट में रकम जमा करा रहे हैं। वे बैंक अकाउंट दूसरे व्यक्तियों के निकल रहे हैं। क्राइम ब्रांच की टीम तफ्तीश के दौरान 2 अकाउंट होल्डर्स तक पहुंची है। लेकिन दोनों ने ही रकम किसी और व्यक्ति की ओर से जमा कराकर निकालने की जानकारी दी है।
1-17 हजार रुपए की धोखाधड़ी
ये मामला बर्रा निवासी एक दुकानदार का है। उन्होंने पिछले महीने साइबर सेल में शिकायत की थी। इसके तहत झांसा देकर साइबर अपराधियों ने उनसे एक अकाउंट में करीब साढ़े 17 हजार रुपए जमा करा लिए। साइबर सेल टीम ने आरोपियों के खाते का ब्योरा निकलवाया तो यह खाता बर्रा-8 निवासी साइबर कैफे संचालक का निकला। इसके बाद पुलिस ने संचालक से पूछताछ की। संचालक ने बताया कि एक व्यक्ति ने अपनी परेशानी बताकर बाहर से पैसा मंगाने का झांसा दिया था। अकाउंट नंबर लेकर दो परसेंट कमीशन देने का लालच भी दिया था। रकम आने के बाद उसने पैसा निकाला और कमीशन देकर चला गया।
2- यूपीआई के जरिए लेनदेन
दूसरा मामला फीलखाना क्षेत्र का है। इसमें भी एक दुकानदार के अकाउंट का यूज ऑनलाइन ठगी के लिए किया गया था। दुकानदार से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि कस्टमर बनकर एक व्यक्ति ने यूपीआई के जरिए कुछ रकम मंगाई और ट्रांजेक्शन के बदले 2 परसेंट कमीशन दिया था। दोनों ही मामलों की जांच अभी की जा रही है। जिन आरोपियों के अकाउंट में रकम ट्रांसफर की गई थी। उनसे पूछताछ कर साइबर अपराधियों का पता लगाया जा रहा है। साथ ही कई अन्य मामलों में भी खातों की पड़ताल चल रही है।
मामलों की जांच के दौरान इस तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं। जिनमें कमीशन देकर साइबर क्रिमिनल्स वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
-सुरेंद्र प्रताप सिंह, एसपी क्राइम