कानपुर(ब्यूरो)। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के 57वें फाउंडेशन डे के मौके पर कैंपस में कई कार्यक्रम हुए। मेन प्रोग्राम में यूपी के चीफ सेकेट्री दुर्गा शंकर मिश्र वर्चुअली शामिल हुए और वीसी प्रो। विनय पाठक, टीचर्स और स्टूडेंट्स को इस मौके पर बधाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी ज्ञान का रत्नाकर है और स्टूडेंट्स आगे बढक़र देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान करें। उन्होंने न्यू एजुकेशन पॉलिसी को यूपी की किसी यूनिवर्सिटी में सबसे पहले लागू करने पर वीसी को बधाई दी। साथ ही कहा कि युवा विवि से निकलकर शहर से जुड़ें और देश के लिए ताकत बनें। इस दौरान गेस्ट ऑफ ऑनर चीफ पोस्टमास्टर ने यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार कराए गए विशेष डाक कवर, डिजिटल काफी टेबल बुक, न्यूजलेटर के साथ ही डा। विपिन कुमार की ओर से विवि पर लिखी गई पुस्तक का भी विमोचन किया। दो पूर्व वाइस चांसलर प्रो। हर्ष कुमार सहगल व प्रो। अशोक कुमार भी इस दौरान ऑनलाइन जुड़े।
570 पौधे रोपे
यूनिवर्सिटी में प्रोग्राम की शुरुआत में पहले सुबह वीसी प्रो। विनय पाठक और डॉ.वंदना पाठक ने कैंपस में स्थित विश्वेश्वर महादेव मंदिर में हवन पूजन किया। इसके बाद वीसी व स्टॉफ ने अलग-अलग डिपार्टमेंट समेत पूरे कैंपस में 570 पौधे रोपे। जर्नलिज्म व मास कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट की ओर से तैयार किए गए न्यूज लेटर व यूनिवर्सिटी के 56 सालों के सफर पर बेस्ड एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी इस दौरान दिखाई गई।
नई चीजों में आगे आई यूनिवर्सिटी
चीफ सेकेट्री दुर्गाशंकर मिश्र ने बताया कि वह आईआईटी कानपुर से बीटेक किए हैं.इसके अलावा केडीए में बतौर वीसी भी पोस्टेड रहे। इस दौरान यूनिवर्सिटी से जुड़ाव हुआ। उन्होंने खुशी जाहिर की और कहा कि आजादी के इस अमृत महोत्सव पर विवि ब्लाकचेन तकनीकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्किल डेवलपमेंट, डिजिटाइजेशन समेत उन सभी विषयों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिनका आने वाले समय में सर्वाधिक उपयोग किया जाएगा। उन्होंने स्टूडेंट्स को कहा कि आजादी की सौवीं वर्षगांठ पर देश कैसा हो, विवि के युवाओं को इस पर मंथन करने की जरूरत है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के बारे में बताया साथ ही कहा कि इसमें इनोवेशन और रिसर्च के साथ सब्जेक्ट चुनने की आजादी है। जो पहले कभी नहीं थी।
नॉलेज इकोनामी को बढ़ाएंगे
सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। विनय पाठक ने 57वें फाउंडेशन डे पर यूनिवर्सिटी के गौरवशाली इतिहास की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और न्यू टेक्नोलॉजी का है। टीचर्स और स्टूडेंट्स को मिलकर इसमें भूमिका निभानी होगी। हमें नालेज इकोनामी में नए कोर्स और इनोवेशन को बढ़ावा देना चाहिए। पूर्व कुलपतियों ने भी शुभकामनाएं देते हुए नवाचारों को बढ़ाने की बात कही। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी टीचर्स, आफिसर्स और कर्मचारियों को मेट्रो से फ्री यात्रा करने की सुविधा भी दी। कार्यक्रम का संचालन प्रो। सुधीर कुमार अवस्थी ने किया। इस दौरान रजिस्ट्रार डा। अनिल कुमार यादव, एग्जानिमेशन कंट्रोलर डा। अंजनी कुमार मिश्र, प्रो। संजय स्वर्णकार, डा। प्रवीण कटियार प्रमुख रूप से मौजूद रहे।