-कमिश्रनेट लागू होने के बाद भी अपराधी बेखौफ, ताबड़तोड़ वारदातों को दे रहे अंजाम, नहीं हो रहे खुलासे

-शासन ने बीते छह महीने की अनसुलझी वारदातों की मांगी लिस्ट, डीजी ने पुलिस कमिश्नर को किया तलब

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KANPUR : शहर में कमिश्नरेट लागू होने के बाद बेहतर पुलिसिंग और क्राइम पर कंट्रोल की उम्मीद लगाई गई थी। हालांकि उम्मीदों को हकीकत की जमीन नहीं मिल सकी। शहर में क्राइम बढ़ता जा रहा है। हत्या, लूट, चोरी, महिलाओं से छेड़छाड़, रेप और साइबर ठगी के मामलों ने पब्लिक का जीना मुश्किल कर दिया है। चुनाव सिर पर होने के चलते शहर के क्राइम ग्राफ ने शासन तक को बेचैन कर दिया है। जिसके चलते शासन अनसुलझी वारदातों की लिस्ट मांगी गई है। साथ ही यह भी पूछा गया है कि कानपुर में क्राइम ग्राफ क्यों बढ़ रहा है? अपराधियों पर लगाम क्यों नहीं लग पा रही है।

आखिर क्या है वजह

शासन स्तर से कमिश्नरेट पुलिस से जवाब मांगा गया है कि हत्या और लूट की तमाम वारदातें क्यों अनसुलझी पड़ी हैं? इन वारदातों के खुलासे में असफलता की वजह क्या है और कौन इसके लिए जिम्मेदार है? इतना ही नहीं एक साल में हुई उन सनसनीखेज वारदातों की डिटेल मांगी गई है, जिनका खुलासा नहीं हुआ है, साथ ही इन मामलों जितने विवेचक रहे हैं उनकी भी रिपोर्ट मांगी गई है। ट्यूजडे को डीजीपी ने पुलिस कमिश्नर को तलब किया है।

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इन मामलों में बढ़ाया सिर दर्द

बिधनू : मधू शुक्ला हत्याकांड

तारीख : 29 जनवरी 2021

बिधनू के गोपाल नगर निवासी श्रवण शुक्ला एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक हैं। बकौल श्रवण कुमार 29 जनवरी की सुबह 7 बजे वह रोज की तरह चट्टे से दूध लेने के लिए घर से निकले। 45 साल की पत्‍‌नी मधू शुक्ला घर के अंदर साफ-सफाई कर रही थीं। दूध लेकर जब श्रवण कुमार वापस लौटे तो घर का मेन गेट खुला था। वे पड़ोस में रहने वाली बुआ रमा त्रिवेदी के घर पहुंचे। पड़ोसी की छत से वह अपने छत पर पहुंचे। नीचे उतरे तो दरवाजा बंद मिला। खिड़की से झांकने पर उनको खून से लथपथ पत्‍‌नी की लाश दिखाई दी। नौ महीने में इस मामले में दो विवेचकों ने काम किया, लेकिन मामले का खुलासा नहीं हो पाया।

बाबूपुरवा : मुनीम हत्याकांड

तारीख : 10 नवंबर 2020

बाबूपुरवा थाने के सामने स्थित एक ट्रांसपोर्ट ऑाफिस में 10 नवंबर की रात 23 साल के मुनीम लवकुश यादव उर्फ छोटू की हत्या कर डेढ़ लाख रुपये लूट लिए गए। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले बाहर से ताला डालकर फरार हो गया। सुबह पीली कॉलोनी निवासी मालिक मोहम्मद आरिफ सिद्दीकी ऑफिस पहुंचे तब जानकारी हुई। लवकुश देखरेख के लिए रात में कार्यालय में ही रुकता था। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तो हत्या की बात सामने आई। मामले को दस महीने हो गए। तीन विवेचक भी बदले जा चुके हैं। लेकिन हत्या का खुलासा नहीं हुआ।

बाबूपुरवा: वेलकम गर्ल की मौत

तारीख : 5 नवंबर 2020

बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में बिगड़े स्वास्थ्य को ठीक कराने के लिए सहेलियों के साथ झाड़-फूंक को गई वेलकम गर्ल 20 साल की चित्रा की 5 नवंबर को संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। परिजनों ने सहेलियों पर हत्या का आरोप लगाया था। पिता प्रेमशंकर की कुछ साल पहले मौत होने के बाद वह पार्ट टाइम में इलाके की कुछ सहेलियों के साथ शादी बारातों में वेलकम गर्ल का काम करती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न होने की वजह से विसरा जांच के लिए भेजा गया था। इस मामले में भी तीन विवेचक बदल चुके हैं। न तो विसरा रिपोर्ट आई और न ही इस मामले का खुलासा हो सका।

नौबस्ता: एटीएम के बाहर युवक क हत्या

तारीख : 0 अगस्त 2021

नौबस्ता बाईपास चौराहा पर आईडीबीआई बैंक के गेट पर 1 अगस्त को सुबह खून से लथपथ युवक का शव मिलने से इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस ने शव का पंचनामा पर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की उम्र 35 से 40 साल के बीच बताई गई। सुबह राहगीरों ने मार्केट के अंदर लहूलुहान हालत में पड़ा देखा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मृतक के सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला कर हत्या किए जाने की आशंका जताई जा गई थी। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिले थे। खुलासा तो दूर पुलिस इस मामले में मृतक की शिनाख्त तक न कर सकी।

इन वारदातों को भी है खुलासे का इंतजार

- पनकी में सिरकटी लाश मिलने का मामला।

- बर्रा नहर में फंसे शव का मामला।

- पांडु नदी में मिले युवक के शव का मामला

- बाबूपुरवा और गुजैनी में रेलवे ट्रैक पर मिले शव

- महाराजपुर में महिला का शव मिलने का मामला।

- चकेरी में चोरी की लगभग आधा दर्जन चोरी की वारदातें।

- साइबर ठगी की तीन दर्जन से ज्यादा वारदातें।

- बंटी और बबली के गिरोह का नहीं लगा सुराग।

- विसरा रिपोर्ट न आने से आधा दर्जन से ज्यादा मामले नहीं सुलझे।

1 मार्च से 30 अगस्त 2021 तक के आंकड़े

(डीसीआरबी के मुताबिक)

मर्डर - 14

लूट - 19

छिनैती - 21

चोरी - 44

वाहन चोरी - 38

गृहभेदन - 08

कूमल लगाकर - 05

व्यापारिक प्रतिष्ठानों में - 09

रेप - 24

रेप का प्रयास - 36

छेड़छाड़ - 39

डकैती - 0

बढ़े हादसे

कुल हादसे - 44

मौतें- 28

घायल - 32

साइबर ठगी - 122

धोखाधड़ी - 43 (इसमें कालाबाजारी शामिल हैं)

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जिले की अनसुलझी वारदातों को सॉल्व करने के लिए थानेदारों के साथ बैठक करके निर्देश दिए गए हैं। सभी अनसुलझी वारदातों की प्रगति रिपोर्ट मंडे को मांगी गई है।

असीम अरुण, सीपी कानपुर