- थोक पटाखा व्यापारियों का लाइसेंस भी अटका, दिवाली को लेकर डंप कर लिए थे करोड़ों के पटाखे
KANPUR: सिटी में बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने के शासन के आदेश ने पटाखा कारोबारियों को जोर का झटका दिया है। इन पटाखा कारोबारियों ने दिवाली को देखते हुए करोड़ों रुपए के पटाखों के आर्डर दिए हुए थे। हालांकि पटाखों की ब्रिकी के लिए लाइसेंस जारी होने की प्रक्रिया भी अभी तक पूरी नहीं हुई है। इस फैसले के बाद पटाखा लाइसेंस की प्रक्रिया को भी रोक दिया गया है।
150 से ज्यादा दुकानों को लाइसेंस
सिटी में जिला प्रशासन की ओर से हर साल एक दर्जन से ज्यादा थोक पटाखों की बिक्री के लाइसेंस जारी होते हैं। इसके अलावा एसीएम स्तर से भी 150 से ज्यादा दुकानों के लाइसेंस जारी होते है। थोक पटाखा कारोबारी राजू शम्शी बताते हैं कि पटाखों की सबसे ज्यादा बिक्री इसी समय होती है। कानपुर के अलावा थोक में पटाखों का कारोबार आसपास के शहरों में भी होता है। दिवाली के दौरान औसतन 100 करोड़ रुपए का थोक में पटाखों का कारेाबार होता है।
थोक और फुटकर के लाइसेंस रुके
सिटी में थोक और फुटकर में पटाखों की बिक्री के लिए लाइसेंस जिला प्रशासन की ओर से जारी किए जाते हैं। थोक पटाखों की बिक्री सिटी में क्राइस्ट चर्च ग्राउंड में होती है। जहां इस सवाल 18 दुकानों के थोक लाइसेंस के लिए आवेदन आए थे। इसमें से 2 के आवेदन आपराधिक मुकदमे होने की वजह से निरस्त कर दिए गए। जबकि बाकी के 16 आवेदन के लिए सीओ स्तर से संतुति के बाद रिपोर्ट सिटी मजिस्ट्रेट के पास पहुंची थी। जिसे सिटी मजिस्ट्रेट ने डीएम और एसएसपी के बाद आगे की प्रक्रिया के लिए भेज दिया है। वहीं फुटकर दुकानों में पटाखा बिक्री के लाइसेंस के लिए लाइसेंस एसीएम स्तर से जारी होते थे। यह प्रक्रिया भी फिलहाल अगले आदेश तक रोक दी गई है।
इतनी जगहों पर पटाखे की दुकानें
थोक बाजार - क्राइस्ट चर्च ग्रांउड
फुटकर बाजार- सेंट्रल पार्क शास्त्री नगर, बृजेंद्र स्वरूप पार्क, पशुपति नगर पार्क, रामलीला ग्राउंड रेलबाजार, जनता नगर चौकी के पास, किदवई नगर पार्क, कल्याणपुर, चकेरी में।