-गाजियाबाद की बैंक में पेपर के बॉक्स की सील मिली टेम्पर्ड
-मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
-अब 20 जुलाई को होगा एग्जाम
-परीक्षा और काउंसलिंग आदि का शेडयूल चौपट होने, सत्र लेट होने की आशंका
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LUCKNOW (22 June):
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की ओर से 22 जून, रविवार को आयोजित होने वाली कम्बाइंड प्री मेडिकल टेस्ट -2014 (सीपीएमटी-2014) एग्जाम शुरु होने से कुछ मिनट पहले ही रद्द कर दी गई। सीपीएमटी की वेबसाइट पर इसकी सूचना फ्लैश होने लगी। गाजियाबाद की बैंकों में रखे सीपीएमटी के पेपर्स के बक्से जब सेंटरों पर डिस्ट्रिब्यूशन के लिए खोले गए तो पता चला कि उनकी सील से छ़ेड़छाड़ की गई है। जिसके कारण एग्जाम कोआर्डिनेटर और नोडल आफिसर्स ने भी इसे रिसीव करने से इनकार कर दिया। डीएम की रिपोर्ट के बाद सीपीएमटी कोआर्डिनेटर ने एग्जाम रद्द करने की घोषणा कर दी। अब ये प्रवेश परीक्षा 20 जुलाई को होगी। काउंसलिंग और एडमिशिन की डेट्स बाद में एनाउंस की जाएगी। कुल मिलाकर सीपीएमटी का पूरा शेड्यूल डिस्टर्ब हो गया है।
इलाहाबाद बैंक और एसबीआई में रखे थे पेपर
सीपीएमटी के पेपर्स गाजियाबाद की इलाहाबाद और स्टेट बैंक आफ इंडिया की शाखाओं में सुरक्षित रखे गए थे। लेकिन जब रविवार की सुबह डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस और केजीएमयू आफिसियल्स की टीम बॉक्सेज को लेने पहुंची तो बॉक्स की सील टेम्पर्ड मिली। सूत्रों के मुताबिक बॉक्सेज को खोलने का प्रयास किया गया था। जिसके बाद डीएम गाजियाबाद ने इसकी पुष्टि की और इस सूचना के आधार पर केजीएमयू में सीपीएमटी कोआर्डिनेटर की ओर से एग्जाम को रद्द कर दिया गया। साथ ही 20 जुलाई की नई तिथि की घोषणा कर दी गई।
स्टूडेंट्स में छाई हताशा
एग्जाम कैंसिल होने पर हजारों की संख्या में स्टूडेंट हताश हैं। दिन रात एक करके स्टूडेंट्स ने तैयारी की थी अब एक महीने एग्जाम की तारीख आगे बढ़ा दी गई है। यही नहीं आल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट में पास हुए बच्चे जिन्हें अच्छा कॉलेज नहीं मिल पाया था वे सीपीएमटी में अच्छी रैंक की आस में बैठे थे। लेकिन अब परीक्षा टलने के बाद उन्हें भी आल इंडिया की ही सीट पर एडमिशन लेना होगा। प्रदेश भर में 15 शहरों में 213 सेंटर पर एक लाख नौ हजार अभ्यर्थी परीक्षा देने वाले थे।
वर्ना पूरा सत्र घ्वस्त हो जाएगा!
केजीएमयू के लिए भी दुबारा सीपीएमटी का एग्जाम कराना चुनौती पूर्ण होगा। क्योंकि हर हाल में 1 जुलाई से क्लासेज स्टार्ट होनी हैं। सुप्रीम कोर्ट के इसके लिए ऑर्डर्स भी हैं। 10 दिन में केजीएमयू प्रशासन के लिए दोबारा परीक्षा कंडक्ट कराकर रिजल्ट और फिर काउंसिलिंग कराना चुनौती पूर्ण होगा।
पहले भी हो चुका है लीक
इससे पहले भी 2005 में सीपीएमटी एग्जाम पेपर लीक हो चुका है। आगरा यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित पेपर से एक दिन पहले ही एटीएस ने कुछ लोगों को पेपर के साथ पकड़ा था। उसके बाद यह दूसरा मामला है।
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सीएम ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीपीएमटी प्रवेश परीक्षा के पेपर लीक होने की घटना को गम्भीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने प्रकरण की जांच के लिए मुख्य सचिव आलोक रंजन को एक उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन करने के भी निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-----दूसरी खबर लोकल-----
स्टूडेंट्स और कोचिंग संचालकों का निकला दिवाला
-स्टूडेंट्स को क्षेलना होगा एक महीने का एक्स्ट्रा फूडिंग-लॉजिंग का खर्च
-कानपुर के 31 सेंटरों पर परीक्षा दे रहे 15 हजार स्टूडेंट्स के लिए बड़ा झटका
-कोचिंग मंडी में एक महीने से ज्यादा लेट हो जाएंगे नए बैच
KANPUR: सीपीएमटी प्रवेश परीक्षा कैंसिल होने से शहर में करोड़ों रुपए का बिजनेस बन चुके मेडिकल कोचिंगो को तगड़ा झटका लगा है। वहीं पीएमटी एस्पीरेंट्स और स्टूडेंट्स के लिए भी ये पेपर कैंसिल होना एक बड़ा फाईनेंशियल और फिजिकल सेट बैक है। गौरतलब है कि कानपुर की कोचिंग मंडी में लगभग ख्0 हजार स्टूडेंट्स मेडिकल की तैयारी करते हैं.इनमें से 70 परसेंट बाहर के स्टूडेंट्स बाहर के होते हैं। ये स्टूडेंट्स मई के पहले संडे को ही सीबीएसई का प्री मेडिकल पेपर दे चुके हैं। इतने दिनों से हास्टलों का मोटा किराया देकर कानपुर में केवल सीपीएमटी की परीक्षा देने को रुके थे। अब उन्हें सीपीएमटी परीक्षा के लिए ख्0 मई तक, एक महीने और रुक कर फूडिंग-लॉजिंग में हजारों रुपए एक्स्ट्रा खर्च करना पड़ेगा।
तैयारी की पूरी रिदम बिगड़ेगी
दो साल से शहर में सीपीएमटी की तैयारी कर रहे हमीरपुर के सरस सिंह और शैलेश ने आई नेक्स्ट को बताया कि उन दोनों सहित सैकड़ों स्टूडेंट्स ने तो आज फाइनल पेपर होने के कारण हॉस्टल का फाइनल पेमेंट करके खाली तक कर दिया था। परीक्षा सेंटर के पास दुकान में अपना बैगेज रखकर आए थे कि निकलते ही घर का रास्ता पकड़ेंगे। गर्मी, खर्च, बाहर के खाने और पढ़ाई से निजात मिलेगी। लेकिन सेंटर पर पहुंचते ही कैंसिलेशन की खबर से जैसे तुषारापात हो गया। अब उनके पेरेंट्स को पूरे महीने लगभग क्0 या क्ख् हजार रुपए उनकी पढ़ाई पर कानपुर में खाने, रहने के नाम पर खर्च करने पड़ेंगे। कानपुर में रहकर पिछले साल से पीएमटी की तैयारी कर रही बहराइच की छात्रा स्नेहा बाजपेयी रुआंसी होकर बोली कि पढ़ाई की सारी रिदम ही टूट जाएगी। अपने डॉक्टर पापा को फोन करके स्नेहा ने बताया तो वो दोनों शाम को कार से उन्हें लेने पहुंचे। उन्होंने कहा कि बेटी इतनी परेशान थी कि उसे यहां छोड़ना ठीक नहीं था। घर पर ही तैयारी करवाएंगे और फिर ख्0 को आकर परीक्षा दिलवाएंगे। ऐसी ही कहानी कानपुर में परीक्षा देने पहुंचे हजारों स्टूडेंट्स की थी।
अब कैसे शुरु करें नया बैच?
सिटी के कोचिंग टीचर्स परेशान हैं कि प्रिपरेशन और बैचों का पूरा शेडयूल भी अब बिगड़ जाएगा। न्यू स्टेप कोचिंग के डायरेक्टर आशीष श्रीवास्तव कहते हैं कि स्टूडेंट्स के लिए तो ये इसलिए भी बड़ा सेटबैक है क्योंकि अब कोचिंग्स में नए बैच देर से स्टार्ट हो पाएंगे। परीक्षा तिथि एक्सटेंड हो जाने से कोचिंगे स्टूडेंट्स को यूं ही नहीं छोड़ देंगी। प्रिपरेशन की रिदम टूटने से बचाने को उनकी क्लासेज लगातार लेते रहना पड़ेगा। इस कारण ही नए बैच एक महीने से भी ज्यादा लेट शुरु हो पाएंगे, जो इसी महीने शुरु हो जाने थे। तैयारी का कलेंडर डिस्टर्ब होगा। स्टूडेंट्स का रिजल्ट भी प्रभावित होगा।
एमसीआई मानकों की धज्जियां उड़ीं
टीचर आशीष श्रीवास्तव के अनुसार पेपर लीक के बाद कैंसिल होने से न सिर्फ यूपी सीपीएमटी की काउंसलिंग व एडमीशन शेडयूल डिस्टर्ब होगा, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के नियमों की धज्जियां भी उड़ेंगी। एमसीआई गाइडलाइंस के अनुसार पीएमटी परीक्षाओं के बाद क् अगस्त तक क्लासें स्टार्ट हो जानी चाहिए। वहीं म् जुलाई को होने वाला बीएचयू एंट्रेंस की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स भी प्रभावित होंगे।