-जूम एप के जरिए एक साथ 10 स्पेशलिस्ट डॉक्टर पेशेंट के ट्रीटमेंट का लेते हैं हाल, एक्सपर्ट ओपिनियन के लिए वेटिंग का झंझट नहीं
-एलएलआर हॉस्पिटल के कोविड आईसीयू की फुटेज सीधे संबंधित डॉक्टर्स के मोबाइल में ही लाइव देखने की भी फैसेलिटी
KANPUR: सिटी के सबसे बड़े लेवल-3 कोविड हॉस्पिटल में कोरोना के सबसे क्रिटिकल पेशेंट्स को बेहतर से बेहतर ट्रीटमेंट को लेकर डॉक्टर्स नई नई टेक्नोलॉजी के प्रयोग से परहेज नहीं कर रहे हैं। कोरोना पेशेंट्स की दिक्कतों को तत्काल दूर किया जा सके, इसके लिए डॉक्टर्स जूम एप की मदद ले रहे हैं और कोविड आईसीयू का दिन में 2 बार वर्चुअल राउंड भी लेते हैं। निर्धारित वक्त पर होने वाले इस वर्चुअल राउंड पर अलग अलग एक्सपर्टिज के 10 डॉक्टर्स एक बार में जुड़ सकते हैं। जिससे पेशेंट की प्रॉब्लम का तत्काल निदान हो जाता है। इसके अलावा क्रिटिकल पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में लगे सभी सीनियर डॉक्टर्स के मोबाइल पर कोविड आईसीयू की लाइव स्ट्रीमिंग की भी सुविधा है। जिससे वह किसी भी वक्त आईसीयू में पेशेंट के हाल के बारे में जान सकते हैं। डॉक्टर्स का मानना है कि इस वजह से कोविड पेशेंट्स की मार्टेलिटी कम करने में भी मदद ि1मली है।
वर्चुअल राउंड से कैसे मिलती मदद?
- दिन में दो बार एक निर्धारित वक्त पर कोविड ट्रीटमेंट में लगे सभी सीनियर कंसल्टेंट ऑनलाइन जूम एप के जरिए जुड़ते हैं
- कोविड आईसीयू में मौजूद रेजीडेंट और स्टॉफ भर्ती हर पेशेंट की कंडीशन के बारे में डिस्कस करते हैं। इस दौरान पेशेंट की सभी रिपोर्ट्स भी कोविड आईसीयू के व्हाट्स एप गु्रप पर शेयर की जाती हैं।
- पेशेंट की स्थिति को देखते हुए रेस्पेरेटेरी मेडिसिन, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ, फिजीशियन और अगर कोई सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर की जरुरत है तो वह एक बार में ही अपने रिमार्क बता देते हैं जिसके मुताबिक पेशेंट का ट्रीटमेंट चलता है।
- वर्चुअल राउंड के अलावा कोविड आईसीयू में संबंधित यूनिट के रेजीडेंट्स और सीनियर कंसल्टेंट की राउंड ओ क्लॉक उपस्थिति सुनिश्चित की जाती है।
फैक्ट फाइल-
2343- कोरोना संक्रमित पेशेंट्स भर्ती हुए मेडिकल कॉलेज के कोविड हास्पिटल में फ्राइडे तक
1650- कोरोना संक्रमित सही हुए एलएलआर हॉस्पिटल में अब तक
564- कोरोना संक्रमितों की इलाज के दौरान हुई मौत फ्राईडे तक
220 बेड- की क्षमता जीएसवीएम मेडिकल कालेज में बने कोविड हॉस्पिटल की
100 बेड- का कोविड आईसीयू न्यूरो साइंस बिल्डिंग में
70 परसेंट- एलएलआर हॉस्पिटल में पेशेंट्स का रिकवरी रेट
24 परसेंट- एलएलआर हॉस्पिटल में कोविड पेशेंट्स का मार्टेलिटी रेट
''जूम एप के जरिए वर्चुअल राउंड लिया जा रहा है। इसके अलावा कोविड आईसीयू में सीनियर डॉक्टर्स और रेजीडेंट्स की मौजूदगी रहने से क्रिटिकल पेशेंट्स को सही से मैनेज किया जाता है। इससे मार्टेलिटी कम करने में भी मदद मिली है.''
- प्रो। रिचा गिरि, वाइस प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज।