कानपुर (ब्यूरो) थानाक्षेत्र के गौरी अभयपुर गांव निवासी 35 साल के दिवाकर तिवारी गांव में खेती बाड़ी करते थे। गांव के बाहर शिवराजपुर-शिवली मार्ग पर होटल भी चलाते थे। जिसमें वह चाय, मसाला, अंडे आदि सामान बेचकर परिवार की गुजर बसर कर रहे थे। दुकान में उनका चचेरा भाई मोहित तिवारी भी बैठता था। शनिवार दोपहर दिवाकर पत्नी रिचा से बाजार जाने की बात कहकर निकले थे। मनमौजी स्वभाव होने की वजह से देर रात तक घर नहीं आने पर परिजनों ने ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब सुबह तक वह घर नहीं पहुंचे उनकी तलाश शुरू की गई। देखते ही देखते पूरे गांव के साथ-साथ आसपास दिवाकर के गुम होने की सूचना फैल गई। मंधना निवासी दिवाकर के भाई प्रभाकर भी पहुंच गए।
दुकान न खोलने पर शक
दरअसल दिवाकर की दुकान चचेरा भाई मोहित खोलता था। संडे दोपहर तक दुकान न खुलने और दिवाकर के गुम होने की वजह से स्थानीय लोगों का शक मोहित पर गया। इसी बीच पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई और परिवार वालों से दिवाकर के गुम होने की जानकारी ली। मोहित के दुकान न खोलने की बात भी स्थानीय लोगों ने पुुलिस को बताई। पुलिस ने स्थानीय लोगों से जानकारी लेकर मोहित और उसके पिता रामप्रकाश को हिरासत में ले लिया। दोनों को लाकर दुकान खुलवाई गई तो दुकान के अंदर पड़े तख्त के नीचे दिवाकर का शव पॉलिथीन से ढका मिला। पास ही शराब की खाली बोतलें व हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी मिली।
फॉरेंसिक टीम ने जुटाए सबूत
थानाध्यक्ष शिवराजपुर ने घटना की सूचना सीनियर ऑफिसर्स को दी। मौके पर सीओ सदर चौबेपुर पुलिस व फॉरेंसिक टीम भी पहुंची। टीम ने जांच करते हुए मौके पर इविडेंस कलेक्ट किए। थानाध्यक्ष योगेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। इविडेंस के आधार पर कार्यवाही की जायेगी। उधर मृतक की मां ऊषा ने जमीन विवाद को लेकर देवर रामप्रकाश उर्फ रामू तिवारी व भतीजे मोहित तिवारी पर हत्या का आरोप लगाया है।