कानपुर (ब्यूरो) सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ 8 नवंबर को नजीर फातिमा नाम की एक महिला ने थाना जाजमऊ में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि रिजवान सोलंकी अपने घर के बगल में स्थित एक बेशकीमती प्लाट को कब्जाना चाहते हैं। आरोपी है कि धमकियों व अन्य प्रताडऩाओं से जब बात नहीं बनी तो 7 नवंबर 2022 की रात करीब आठ बजे प्लाट में स्थित झोपड़ी में आग लगा दी गई। पीडि़ता की तहरीर पर इरफान और रिजवान पर घर फूंकने, मारपीट, धमकी समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। जिसके बाद से ही दोनों लापता है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
7 नवंबर की रात आठ बजे प्लाट में आगजनी
8 नवंबर को जाजमऊ थाने में दर्ज हुआ था केस
10 दिन से फरार हैं विधायक ओर उनके भाई
15 टीमें पुलिस की दोनों को कर रहीं तलाश
11 विधायकों का दल आया था बचाव में
कुर्की की कार्रवाई होगी शुरू
जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि पुलिस ने अदालत से दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट ले लिया है। उनकी तलाश में पुलिस की पांच टीमें लगाई गई हैं। अगर इसके बाद भी गिरफ्तारी संभव नहीं हुई तो इनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी शुरू की जाएगी। पहले सीआरपीसी की धारा 82 के तहत उद्घोषणा होगी। इसके निश्चित समय बाद कुर्की की कार्रवाई होगी।
फॉरेंसिक रिपोर्ट ने बढ़ा दी मुश्किल
पड़ोसी महिला की झोपड़ी जलाने के मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल, फोरेंसिक रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि झोपड़ी को किसी ज्वलनशील पदार्थ से जलाया गया था। जिसके चलते इरफान और उनके भाई के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हो गया है। आगजनी के बाद विधायक के परिजनों ने वीडियो जारी करके दावा किया था कि घर में आतिशबाजी की चिंगारी से आग लगी थी। उनके परिवार को गलत फंसाया जा रहा है। अब फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद से एक बार फिर से विधायक और उनके भाई की तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई।
कमिश्नर के आदेश पर फॉरेंसिक जांच
पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के आदेश पर जले हुए घर की जांच करने फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी गई थी। घंटों जांच-पड़ताल करने के साथ ही मौके से साक्ष्य जुटाए थे। फॉरेंसिक टीम प्रभारी प्रवीण श्रीवास्तव ने बुधवार को जांच रिपोर्ट जाजमऊ थाने को सौंप दी। रिपोर्ट के मुताबिक, घर में आग लगाने के लिए ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही अन्य साक्ष्य भी मिले हैं।
तलाश में छापेमारी तेज
पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि विधायक इरफान सोलंकी और उनका भाई एफआईआर दर्ज होने के बाद से फरार हैं। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से राजस्थान में लोकेशन मिलने के बाद वहां भी छापेमारी की, लेकिन विधायक और उनका भाई हाथ नहीं लगे। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद से एक बार फिर विधायक और उनके भाई की गिरफ्तारी को तलाश तेज कर दी है।
बचाव में आया था विधायकों का दल
विधायक के बचाव में सपा विधायकों का एक दल पुलिस कमिश्नर से मिलने पहुंचा था। इसके साथ ही इरफान के परिवार से भी मिला था। इसमें मुख्य सचेतक विधानसभा डॉ। मनोज पांडेय के अलावा अन्य नौ विधायक व निवर्तमान महानगर अध्यक्ष सपा ने घर पहुंचकर मामले की जांच की। इसके बाद पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से जांच के बाद कार्रवाई की मांग की थी। सपा विधायकों के प्रतिनिधि मंडल ने विधायक की पत्नी नसीम, मां खुर्शीदा बेगम, बेटे मुस्तफा और दोनों बेटियों से बातचीत की और न्याय का भरोसा दिलाया था।