कानपुर(ब्यूरो)। शिक्षक निर्वाचन चुनाव की काउंटिंग के दौरान थर्सडे को कई बार हंगामा हुआ। शाम को तो ऐसा हंगामा हुआ कि 7.30 बजे करीब काउंटिंग पूरी तरह से रोक दी गई, फिर रात तक दोबारा काउंटिंग शुरू नहीं हो सकी। जिस समय काउंटिंग रोकी गई राजबहादुर ङ्क्षसह चंदेल आगे चल रहे थे। दूसरी ओर स्नातक निर्वाचन में रात नौ बजे तक भाजपा प्रत्याशी अरुण पाठक आगे चल रहे थे।

दोपहर तीन बजे शुरू हो सकी काउंटिंग
शिक्षक निर्वाचन की काउंटिंग सुबह आधा घंटा देर से शुरू हुई। पहले मतपत्र निकालकर 25-25 के बंडल बनाए गए। 14 मेजों पर 10-10 बंडल देकर गिनती शुरू की गई। तीन बजे प्रथम वरीयता के मतों की गिनती प्रारंभ हुई। गिनती शुरू होते ही मतपत्र में लिखे अंकों को लेकर एजेंट आपत्ति जताने लगे। जैसे जैसे राजबहादुर ङ्क्षसह चंदेल के वोट का अंतर बढऩे लगा, हंगामा भी उसी तरह बढऩे लगा। हालांकि ऑफिसर्स कैंडीडेट और उनके एजेंट्स को समझा बुझाकर शांत कराते रहे। हालांकि शाम साढ़े सात बजे करीब राजबहादुर ङ्क्षसह चंदेल और भाजपा प्रत्याशी वेणुरंजन भदौरिया के वोटों का अंतर बड़ा होने के बाद बीजेपी एजेंट्स फिर ने हंगामा शुरू कर दिया।

उन्होंने आरोप लगाया कि राजबहादुर ङ्क्षसह चंदेल के दो मत ऐसे थे जिनमें वरीयता क्रमांक स्पष्ट नहीं था लेकिन उनके मतों को वैध करार देकर जोड़ दिया गया जबकि वेणुरंजन भदौरिया का जब अस्पष्ट क्रमांक लिखा मत मिला तो उसे रद कर दिया गया। एजेंट काउंटिंग हाला में ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। उन्होंने दोबारा काउंटिंग कराने की मांग की। ऑफिसर्स ने ने बीजेपी एजेंट्स को समझाने का प्रयास किया लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं था। इसके चलते रात तक दोबारा काउंटिंग शुरू नहीं हो सकी थी। इस समय तक राजबहादुर ङ्क्षसह चंदेल सबसे आगे थे। दूसरे नंबर के लिए भाजपा के वेणुरंजन भदौरिया और निर्दलीय प्रत्याशी हेमराज ङ्क्षसह गौर के बीच लड़ाई थी।

दूसरी वरीयता के मतों की होगी गिनती
काउंटिंग रोके जाने के समय तक प्रथम वरीयता के मतों की गिनती में कोई भी कैंडीडेट तय कोटे के पास नहीं पहुंच सका था। ऑफिसर्स के मुताबिक इसलिए जब काउंटिंग शुरू होगी तो पहली वरीयता के वोटों की गिनती पूरी की जाएगी, इसके बाद दूसरी वरीयता के वोट गिने जाएंगे।

बैलेट पेपर छोटा निकलने पर भी हंगामा
शिक्षक निर्वाचन की मतगणना के दौरान टेबल नंबर 12 में तय मानक से छोटा बैलेट पेपर निकलने से एजेंट्स ने हंगामा किया। डीएम ने पहुंचकर पत्र की जांच की तो अलग बैलेट पेपर निकला जिसे सबकी सहमति से गिनती से बाहर कर दिया गया। तब जाकर प्रत्याशी और एजेंट शांत हुए।

बंडल बनाने में हो गई शाम
स्नातक निर्वाचन की काउंटिंग समय से शुरू हो गई लेकिन मतों के बंडल बनाने में ही शाम के पांच बज गए। स्नातक सीट पर 86,396 मतों की गणना होनी है। स्नातक सीट पर पहले राउंड की गिनती से ही बीजेपी कैंडीडेट अरुण पाठक आगे हो गए थे। तीसरे चक्र की गिनती तक अरुण पाठक छह हजार मतों से आगे थे। स्नातक निर्वाचन में पहले 19 राउंड गिनती कराने का निर्णय लिया गया लेकिन जिलाधिकारी विशाख जी ने कम चक्र में गिनती कराने का निर्णय लिया। ऑफिसर्स के मुताबिक अब 12 चक्र में गिनती होगी। रिजल्ट सुबह तक आने की उम्मीद है।