- बिल्हौर और घाटमपुर सीएचसी में 50-50 बेड की कैपेसिटी के कोविड वार्ड मंडे से होंगे शुरू
- ऑक्सीजन कंसनट्रेटर से लेकर सिलेंडर और दवाएं पहुंचाई गई, डॉक्टर्स की डयूटी भी तय
KANPUR: गांवों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप और मौतों के बीच टयूजडे से घाटमपुर और बिल्हौर सीएचसी में कोविड ट्रीटमेंट शुरू हो जाएगा। दोनों सीएचसी में 50-50 बेड का इंतजाम किया गया है। साथ ही इसे लेवल-1 प्लस के कोविड अस्पताल का दर्जा दिया गया है। इन दोनों सीएचसी में ऑक्सीजन कंसनट्रेटर के साथ 20-20 बेडों पर ऑक्सीजन सिलेंडर भी रखे गए हैं। इसके अलावा जल्द और ऑक्सीजन कंसनट्रेटर भी मिलेंगे। इन दोनों सीएचसी में कोरेाना संक्रमितों के अलावा उन पेशेंट्स का भी इलाज होगा। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव है, लेकिन एक्सरे और सीटी स्कैन जांच में संक्रमण मिला है।
हैलट पर लोड कम होगा
नॉर्मली कोरोना होने या लक्षण नजर आने पर लोग पेशेंट को लेकर हैलट भागते हैं। हैलट में कानपुर के साथ ही कई डिस्ट्रिक्ट से पेशेंट आते हैं। जिससे पहले से ही कोविड पेशेंट्स के इलाज का प्रेशर है। घाटमपुर व बिल्हौर सीएचसी में कोविड चालू होने से हैलट के डॉक्टर्स पर लोड कम होगा। इसके साथ ही प्राइवेट कोविड हॉस्पिटल्स की लूट से भी कोविड पेशेंट बचेंगे।
''16 बड़े और 20 छोटे सिलेंडर घाटमपुर सीएचसी को दिए गए है। यहां पांच डॉक्टर व छह वार्ड ब्वॉय हैं। बिल्हौर सीएचसी में 30 बेड हैं और बेड और बढ़ाए जाएंगे। यहां 20 ऑक्सीजन सिलेंडर और एक ऑक्सीजन कंसनट्रेटर दिया गया है। टयूजडे से यहां इलाज मिलने लगेगा.''
डॉ.नेपाल सिंह, सीएमओ