- शिक्षक संघ ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से 30 अप्रैल तक ऑनलाइन क्लास चलाने के लिए कहा

- दूसरी लहर तेज, कॉलेजों में इंतजाम पर कितने कारगर यह कहना मैनजमेंट के लिए मुश्किल

KANPUR: कोरोना के डर का साया डिग्री कॉलेजों में भी है। डिग्री कॉलेजों में कोरोना से बचने के इंतजाम किए गए हैं लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में कितने कारगर है यह कह पाना मैनेजमेंट के लिए मुश्किल है। ऐसे में शारीरिक दूरी का पालन करना व कराना बेहद मुश्किल है। खतरे को देखते हुए शिक्षक संघ ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से फ्0 मार्च तक ऑनलाइन क्लासेस लगाए जाने की मांग की है। कानपुर यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ 'कूटा' के अध्यक्ष डॉ। बीडी पांडेय ने इस संबंध में रजिस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव से संपर्क किया।

डेटा पर एक नजर

- ख्भ् डिग्री कॉलेज है सिटी के जो सीएसजेएम यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है

- इन डिग्री कॉलेजों में ख्0 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स स्टडी कर रहे हैं।

-08 से क्ख् हजार के करीब है इनमें से कुछ कॉलेजों में स्टूडेंट्स की संख्या

कॉलेज खोलना सही नहीं

कूटा के अध्यक्ष डॉ। बीडी पांडेय ने बताया कि उन्नाव के एक डिग्री कॉलेज में एक शिक्षक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। जिन प्रदेशों में पहले स्कूल खुले थे वहां पर भी कुछ छात्र इसका शिकार हुए हैं। ऐसे में डिग्री कॉलेज खोले जाने का निर्णय ठीक नहीं है। यूनिवर्सिटी प्रशासन को चाहिए कि ऑनलाइन क्लासेस लगाए जाने का रास्ता खोले जिससे स्टूडेंट इस संक्रमण से बचे रहें और उनकी पढ़ाई भी बाधित न हो।