कानपुर (ब्यूरो) मामला चकेरी थाना क्षेत्र के श्याम नगर का है। आरोपी के यहां कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले राजेंद्र प्रसाद पाल की इलाज के दौरान उर्सला अस्पताल में मौत हो गई है। उनके बेटे अरविंद कुमार पाल ने बताया कि पिता बिल्डर शैलेंद्र श्रीवास्तव की ठेकेदारी में कंस्ट्रक्शन का काम करते थे। डेढ़ साल से वह पिता के 18 लाख रुपए रोके हुए था। मांगने पर धमकी अलग से देता था। जब कई बार रुपए मांगे, तो बिल्डर ने अपने मुनीम तिवारी से घर पर बुलाया था।
सूचना पर पहुंचे परिजन
अरविंद ने बताया कि पिता के घर पहुंचने पर बिल्डर शैलेंद्र ने पहले बेरहमी से पीटा। इसके बाद पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। सूचना पर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। अन्य लोगों की मदद से उनको उर्सला हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहां इलाज के दौरान राजेंद्र ने दम तोड़ दिया।
अफसरों की लापरवाही
अरविंद ने बताया कि बिल्डर के खिलाफ पिता राजेंद्र ने चकेरी थाने से लेकर, डीसीपी ईस्ट, पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना और डीएम तक शिकायत की थी। मगर, बिल्डर के रसूख के आगे न ही रिपोर्ट दर्ज हुई और न ही कोई कार्रवाई हुई। ये सब पुलिस अफसरों की लापरवाही का नतीजा है। डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार ने बताया कि मृतक के बेटे अरविंद ने तहरीर दी थी। इसके बाद आरोपी बिल्डर शैलेंद्र श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।