कानपुर (ब्यूरो)। लोकसभा इलेक्शन के लिए नॉमिनेशन के तीसरे दिन कानपुर सीट का खाता खुल गया। सैटरडे को कानपुर नगर सीट से सपा कांग्रेस गठबंधन व बीजेपी कैंडिडेट दोनों ने नॉमिनेशन कराया। नॉमिनेशन को लेकर डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन कमीशन के अफसरों ने सुबह से ही तैयारियां कर रखी थीं। दोपहर करीब डेढ़ बजे कांग्रेस सपा गठबंधन के कैंडिडेट आलोक मिश्रा अपने प्रस्तावक व पांच समर्थकों के साथ सादगी से नॉमिनेशन कराने पहुंचे तो वहीं बीजेपी कैंडिडेट रमेश अवस्थी ने नॉमिनेशन से पहले पूरी ताकत दिखाई। कई विधायकों, सांसद और सैकड़ों समर्थकों के साथ नॉमिनेशन कराने पहुंचे।
बेरीकेडिं पर रोका
बीजेपी कैंडिडेट के साथ निर्धारित संख्या से अधिक लोग होने के कारण कलेक्ट्रेट कैंपस में बने नॉमिनेशन रूम से पहले ही लगी बेरीकेडिंग पर रोक दिया गया। इस दौरान समर्थकों ने नाराजगी भी जताई और पुलिस ने नॉमिनेशन सेंटर तक पहुंचने के लिए काफी जद्दोजहद भी की। दोनों कैंडिडेंट्स ने दो-दो सेट नॉमिनेशन फार्म दाखिल किए। वहीं इनके अलावा तीन अन्य राजनैतिक दल के कैंडिडेंट्स ने भी नॉमिनेशन फाइल किया।
आचार संहिता की उड़ी धज्जियां
बीजेपी कैंडिडेंट रमेश अवस्थी ने जुलूस और पूरे लाव-लश्कर के साथ नॉमिनेशन कराया, वहीं कांग्रेस कैंडिडेंट आलोक मिश्रा नियमों के मुताबिक नॉमिनेशन दाखिल कर वापस चले गए। जबकि अकबरपुर सीट पर सिर्फ एक नामांकन ही दाखिल हुआ। इस दौरान कई जगहों पर आचार संहिता की धज्जियां भी उड़ीं। कलेक्ट्रेट के मेन गेट से आगे मस्जिद के पास एक और बैरियर लगाया गया है। यहां कैंडिडेट्स सहित 5 से अधिक लोगों को आगे जाने नहीं दिया गया। जबकि बीजेपी कैंडिडेंट के साथ बड़ी संख्या में लोग बैरियर से आगे आकर कलेक्ट्रेट के बाहर तक जमे रहे।
अंदर जाने को लेकर भिड़े विधायक
बीजेपी कैंडिडेट के साथ नॉमिनेशन कराने के लिए अंदर जाने के लिए बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी पुलिस से भिड़ गए। उनके समर्थक भी अंदर जाने को लेकर चिल्लाने लगे। विधायक भी अंदर जाने को लेकर अड़े रहे। बहस के बाद पुलिस ने विधायक को अंदर जाने दिया। इलेक्शन कमीशन के नियम के अनुसार नॉमिनेशन के लिए सिर्फ 5 लोग ही अंदर जा सकते थे। हालांकि कुछ देर बाद विधायक सुरेंद्र मैथानी बाहर आ गए।
दो-दो सेट किए दाखिल
बीजेपी कैंडिडेंट रमेश अवस्थी के साथ विधायक महेश त्रिवेदी, क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, एमएलसी सलिल विश्नोई और अधिवक्ता अश्वनी त्रिपाठी में रहे। रमेश अवस्थी ने नॉमिनेशन के दो सेट दाखिल किए। एक सेट में महेश त्रिवेदी प्रस्तावक रहे जबकि दूसरे सेट में सलिल विश्नोई प्रस्तावक रहे। कांग्रेस सपा गठबंधन कैंडिडेंट आलोक मिश्रा ने सादगी से कराया। उनके साथ 4 अन्य लोग ही नामांकन कराने पहुंचे। उन्होंने शुभ मुहूर्त 2.05 मिनट पर नामांकन दाखिल किया। उन्होंने दो सेट दाखिल किए। पहले में प्रस्तावक शंकर दत्त मिश्रा और दूसरे सेट में जिलाध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी रहे। हालांकि 22 अप्रैल को जुलूस के साथ उनका नॉमिनेशन प्रस्तावित है।
3.45 के बाद भी बंद रहे कलेक्ट्रेट के गेट
इलेक्शन कमीशन के निर्देशों के मुताबिक नॉमिनेशन से संबंधित सभी काम मार्निंग 11 बजे से 3 बजे तक होंगे, लेकिन सैटरडे को 3 बजे के बाद भी कलेक्ट्रेट के अंदर किसी को भी जाने नहीं दिया गया। बड़ी संख्या में अधिवक्ता और पब्लिक कलेक्ट्रेट में अंदर जाने के लिए इंतजार करते रही। संडे को ऑफ होने के चलते नॉमिनेशन से जुड़े काम नहीं होंगे।