- टेम्प्रेरी प्रिसिंपल के सहारे डिग्री कॉलेजों की कमान, टीचर्स भी क्लासेस में कम प्रशासनिक कार्यों में ज्यादा बिजी

-ज्यादातर कॉलेजेस में 30-40 परसेंट टीचर्स की कमी, लगातार रिटायर और नई नियुक्ति न होने से बिगड़ रही स्थिति

KANPUR: सीएसजेएमयू से एफिलिएटेड सिटी के डिग्री कॉलेजों की कमान टेम्प्रेरी प्रिंसिपल के हाथों में हैं। यूपी की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी के कॉलेजों का यह हाल है कि लगातार टीचर्स के रिटायर होने से क्लासेस की स्थिति भी डावाडोल होने लगी है। यूनिवर्सिटी का नया सेशन स्टार्ट हो चुका है लेकिन टीचर्स की कमी को लेकर स्थिति बेहतर नहीं हुई है। टीचर्स की स्थिति यह है कि वह क्लासेस में कम और प्रशासनिक कार्यों में अधिक रहते हैं।

300 पदों के लिए एग्जाम पर नहीं

पिछले महीने करीब प्रिंसिपल की 300 पोस्ट के लिए रिटेन एग्जाम हुआ था लेकिन रिजल्ट कब आएगा इसे लेकर स्थिति क्लियर नहीं हुई है। यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड सिटी में 22 एडेड डिग्री कॉलेज हैं। इनमें करीब 50 हजार स्टूडेंट्स हैं। कई डिपार्टमेंट में एक टीचर है।

किस कॉलेज में कितने टीचर्स नहीं?

डीएवी डिग्री कॉलेज में 270 टीचर हैं जबकि 350 की जरूरत है। इस प्रकार कॉलेज में 80 टीचर कम हैं। हर सहाय डिग्री कॉलेज में कॉमर्स विभाग एक टीचर के सहारे चल रहा है। इस डिपार्टमेंट में पांच टीचर्स की जरूरत है। एएनडी डिग्री कॉलेज में 65 टीचर्स की आवश्यकता है। इसी प्रकार क्राइस्ट चर्च डिग्री कॉलेज, पीपीएन डिग्री कॉलेज व अर्मापुर पीजी कॉलेज समेत शहर के सभी कॉलेजों की ऐसी ही स्थिति है। कानपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ। बीडी पांडेय ने बताया कि यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड डिग्री कॉलेजों में 30 से 40 परसेंट टीचर कम हैं जबकि रेग्युलर प्राचार्य की सभी कॉलेजों में जरूरत है।

एग्जाम के रिजल्ट का इंतजार

उत्तर प्रदेशच्उच्च शिक्षा सेवा आयोग की ओर से पिछले महीने प्राचार्य के पदों पर नियुक्ति के लिए रिटेन एग्जाम हुआ था। इस एग्जाम में सिटी से 35 से 40 सीनियर टीचर शामिल हुए थे। अब वह एग्जाम के रिजल्ट का इतंजार कर रहे हैं।

रेग्युलर प्रिंसिपल को छोटे बड़े सभी मसलों पर निर्णय लेने का पूरा अधिकार होता है। यूनिवर्सिटी की सभी कमेटी में होने वाले निर्णय को लेकर भी वह अपना पक्ष रख सकते हैं। इससे स्टडी सुचारू रूप से होती है। डिग्री कॉलेजों में 2003 से प्रिंसिपल की पोस्ट पर एप्वाइंटमेंट नहीं हुए हैं।

डॉ। विवेक द्विवेदी, उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ

प्रिंसिपल के पद पर नियुक्ति के लिए एग्जाम होने से डिग्री कॉलेजों को रेग्युलर प्रिंसिपल मिलने का रास्ता खुला है। रिजल्ट अगले महीने तक आने की संभावना है.'

डॉ। रिपुदमन सिंह, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी