सीएसजेएमयू के नए वीसी प्रो। विनय पाठक ने संभाला कार्यभार
- कहा, यूनिवर्सिटी को ए प्लस प्लस ग्रेड दिलाना हमारी प्रायरिटी, टेक्निकल और डिजिटल प्रॉसेस पर दौड़ेगी हायर एजुकेशन
-इंफ्रास्ट्रक्चर, टीचर-स्टूडेंट रेशियो, लैब, लाइब्रेरी समेत अन्य स्टैंडर्ड्स पर खरे नहीं उतरने वाले कॉलेज होंगे बंद
KANPUR: सीएसजेएम यूनिवर्सिटी को नैक वैल्यूएशन में ए-प्लस कैटेगरी में लाना हमारी फर्स्ट प्रायरिटी होगी। ऐसे डिग्री कॉलेजों को हटाया जाएगा जो यूनिवर्सिटी की गाइडलाइन पर खरे नहीं उतरेंगे। कॉलेजों को विश्वविद्यालय से रेवड़ी की तरह संबद्धता नहीं बांटी जाएगी। कॉलेजों का फिजिकल और ऑनलाइन दोनों तरह से सत्यापन करने के बाद ही एफिलिएशन होगा। मंडे को यह जानकारी सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के नए वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक ने चार्ज लेने के बाद मीडिया ब्रीफिंग में कही। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो कॉलेज इंफ्रास्ट्रक्चर, टीचर-स्टूडेंट रेशियो, लैब और लाइब्रेरी समेत अन्य स्टैंडर्ड्स पर खरे नहीं उतरेंगे उन्हें बंद कर दिया जाएगा। कॉलेजों को मानक पूरे करने के लिए महीने भर का समय दिया जा रहा है।
स्टूडेंट्स के लिए टेलीग्राम ग्रुप
प्रो। विनय ने बताया कि मैं पहले से यूनिवर्सिटी के परिवार का हिस्सा रहा हूं। मेरे पिता, मैं व मेरी पत्नी तीनों यहां के एल्युमिनाई हैं। मेरा सौभाग्य है कि आज वहां वाइस चांसलर बनकर आया हूं। वीसी ने कहा कि यूनिवर्सिटी में सबसे महत्वपूर्ण यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट होते हैं। उनकी प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के लिए टेलीग्राम ग्रुप बनाया जाएगा। इसमें स्टूडेंट्स अपनी स्टडी के अलावा मार्कशीट और डिग्री समेत अन्य दिक्कतों को साझा कर सकेंगे। जिसे जल्द से जल्द सॉल्व किया जाएगा।
'ईआरपी' का यूज होगा
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इंटरनेट ऑफ ¨थग्स व मशीन लर्निंग की मदद से एकेडमिक मॉनीट¨रग सिस्टम तैयार करेंगे। सिस्टम को डिजिटल करने के लिए इंटरप्राइज रिसोर्स प्ला¨नग 'ईआरपी' का यूज किया जाएगा। ग्रीवांस सेल हमेशा एक्टिव रहे इसके लिए भी तकनीकी के साथ उसे जोड़ा जाएगा। यह मेरे नेतृत्व में काम करेगा। केवल कॉलेज व वहां के टीचर्स पर ही पढ़ाई का काम नहीं छोड़ा जाएगा। टीचर्स से समय-समय पर कम्यूनिकेशन करके उनकी बात सुनी जाएगी जिससे कमियों को दूर किया जा सके। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीन एकेडमिक प्रो। संजय स्वर्णकार, प्रो। नंदलाल, डॉ। विवेक सिंह सचान, डॉ। बीआर अग्रवाल, डॉ। राशि अग्रवाल व डॉ। प्रवीण कटियार समेत अन्य टीचर मौजूद रहे।
टेंडर में लापरवाही तो एक्शन तय
यूनिवर्सिटी के कार्यों के लिए निकाले जाने वाले टेंडर में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही सामने आई तो संबंधित अधिकारी- कर्मचारी पर कार्रवाई होगी। शैक्षणिक के साथ प्रशासनिक व्यवस्था सुधरे, इसके लिए मिलकर काम किया जाएगा।
दोषियों को चिन्हित करें
प्रेस वार्ता में समय पर रिजल्ट जारी न किए जाने के सवाल पर प्रो। पाठक ने रजिस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसे कर्मचारियों को चिन्हित करके कार्रवाई करें। एग्जाम प्रॉसेस को ट्रांसपैरेंट बनाया जाएगा। भ्रष्टाचार को लेकर किए गए सवालों पर प्रो। विनय पाठक ने कहा कि मामलों की जांच कराई जाएगी।
गांव व आंगनबाड़ी गोद लें
स्टूडेंट्स अब स्टडी के साथ सामुदायिक सहभागिता भी करेंगे। यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड आठ सौ से अधिक डिग्री कॉलेज के स्टूडेंट्स को आगे लाने के लिए उनसे कम्यूनिकेशन किया जाएगा। उन्हें प्रेरित किया जाएगा कि वह साक्षरता व स्वास्थ्य अभियान समेत अन्य जागरूकता कार्यक्रम के लिए गांव व आंगनबाड़ी को गोद लें।