कानपुर (ब्यूरो) सीएसजेएमयू की डॉ। शिल्पा कायस्थ ने बताया कि इंटरप्रन्योरशिप, इनोवेशन पर फोकस किया जा रहा है। कॉलेज के स्टूडेंट्स भी इंटरप्रन्योरशिप पर काम करें इसलिए कॉलेजों के टीचर्स को यूनिवर्सिटी में ट्रेनिंग दी जाएगी। भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के सहयोग से ट्रेनिंग चलेगी। यहां से एक्सपीरियंस लेने के बाद टीचर्स उसका लाभ स्टूडेंट्स को देंगे। यूपी की प्रस्तावित एफडीपी, यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में विशेष रूप से परिसर और यूनिविर्सटी से एफिलिएटेड कॉलेजों के शिक्षकों, प्रशिक्षकों के लिए आयोजित करने के लिए डिजाइन किया गया।
ईडीआईआई के कोर्स की मिलेगी जानकारी
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) के एंटरप्रन्योरशिप कोर्स के बारे में भी यहां के टीचर्स को जानकारी दी जाएगी। नए इनोवेशन पर फोकस किया जाएगा। इन कोर्सों के बारे में स्टूडेंट्स भी जान सकेंगे। इससे जो स्टूडेंट्स बिजनेस करने का विचार कर रहे हैं उन्हें बूस्टअप मिलेगा।
कॉलेजों में बनेंगे इन्क्यूबेशन सेंटर
यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कॉलेजों में इन्यूबेशन सेंटर बनाए जाएंगे। यूनिवर्सिटी से ट्रेनिंग मिलने के बाद टीचर्स कॉलेजों में स्टूडेंट्स को एंटरप्रन्योरशिप की जानकारी देंगे। एंटरप्रन्योरशिप ट्रेनिंग के लिए 100 कॉलेजों ने सहमति जताई है। कई कॉलेज इनोवेशन पर काम कर रहे हैं। इस मौके पर राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता,विशेष कार्य अधिकारी पंकज जानी रजिस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव, प्रो। सुविज्ञा अवस्थी एवं डॉ। शिल्पा कायस्थ भी मौजूद रहे।