- शहर के 10 कॉलेजों को ग्रांट देने के लिए हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने चुना
- 31 मार्च तक सेलेक्ट किए गए कॉलेजों को सेमिनार कराने के हैं निर्देश
<- शहर के क्0 कॉलेजों को ग्रांट देने के लिए हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने चुना
- फ्क् मार्च तक सेलेक्ट किए गए कॉलेजों को सेमिनार कराने के हैं निर्देश
KANPUR:kanpur@inext.co.in
KANPUR: हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने फ्क् मार्च तक सेमिनार कराने के निर्देश कॉलेजों को दिए हैं। ऐसा हायर एजुकेशन की गुणवत्ता और बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। अब जब फाइनेंशियल ईयर समाप्त हो रहा है तो पांच दिन पहले डिग्री कॉलेजों को सेमिनार कराने का लेटर जारी किया गया। शासन ने यह पत्र एक तो बहुत देर से जारी किया है उस पर सेमिनार के लिए फंड भी नहीं आया है। कॉलेजों की परेशानी यह है कि एक तो कोरोनाकाल के चलते फ्क् मार्च तक कॉलेज बंद किए जाने के आदेश दिए गए हैं। ऐसे में वक्त मिलना तो दूर की बात आज अचानक ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन भी नहीं किया जा सकता है।
ख्0 हजार रुपए की ग्रांट
शहर के कई एडेड डिग्री कॉलेजों ने ¨हदी, इंग्लिश, केमेस्ट्री, कल्चरल, हिस्ट्री समेत अन्य सब्जेक्ट में सेमिनार कराने के लिए शासन के पास प्रस्ताव भेजा था। इनमें से क्0 कॉलेजों के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली और उन्हें ख्0 हजार रुपए के ग्रांट के लिए चुना गया। इन कॉलेजों को सेमिनार कराने के लिए पत्र भी जारी किए गए लेकिन कॉलेजों के पास न तो लैटर पहुंचे और न ही फंड। उन्हें हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट से पता चला कि उनके कॉलेज को सेमिनार, सिम्पोजियम, वर्कशॉप और कांफ्रेंस आयोजित कराए जाने के लिए चुना गया है।
चार दिन पहले पत्र मिला
दयानंद डिग्री कॉलेज की संस्कृत डिपार्टमेंट के एचओडी और सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के पाठयक्रम समन्वयक डॉ। आशारानी पांडेय ने बताया कि 'वैश्विकरण के परिप्रेक्ष्य में संस्कृत का योगदान' विषय पर सेमिनार के लिए दयानंद डिग्री कॉलेज को चुना गया था। उनके पास इसका पत्र ख्7 मार्च को आया। होली के त्योहार के बीच इस पत्र का क्या औचित्य। राजकीय महाविद्यालयों को डेढ़ माह तक का समय दिया गया है जबकि सहायता प्राप्त महाविद्यालयों को सेमिनार कराए जाने के दिन पत्र मिल रहा है।
केवल सुना है कि कॉलेज को चुना गया
डीएवी डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ। अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें सेमिनार कराए जाने के लिए कोई आधिकारिक पत्र नहीं मिला है। दो दिन पहले सुना था कि उनके कॉलेज को चुना गया है।
सेमिनार कराने के लिए किसी भी कॉलेज को लेकर अनुदान नहीं आया है। अगर एक-दो दिन में पैसा आ भी जाता है तो कॉलेज प्रबंधन उसका इस्तेमाल इतनी जल्दी कैसे कर सकेंगे।
- डॉ। रिपुदमन सिंह, क्ष्च्ेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी
इन कॉलेजों को चुना गया
डीबीएस, पीपीएन, महिला, दयानंद गर्ल्स , डीएवी, एसएन सेन बालिका, ब्रह्मानंद, दयानंद महिला प्रशिक्षण, ब्रह्मावर्त व वीएसएसडी डिग्री कॉलेज