कानपुर (ब्यूरो) मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालय का दौरा किया। यहां पर आंगनबाड़ी केंद्र की दो बच्चियों को बुलाकर उनसे बात की। यहां से मुख्यमंत्री अंबेडकर पार्क का निरीक्षण करने गए। इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला राष्ट्रपति के पैतृक आवास पर पहुंचा जिसे अब मिलन केंद्र के रूप में जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने मिलन केंद्र का निरीक्षण किया और स्वयंसेवी समूह की महिलाओं से बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला सीधे सभा स्थल पहुंचा सीएम ने मंच पर जाकर तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद मुख्यमंत्री झलकारी बाई इंटर कॉलेज पहुंचे, यहां पर उन्होंने जनप्रतिनिधियों और पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

पानी का समुचित इंतजाम करें
भीषण गर्मी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन की ओर से पानी का समुचित इंतजाम किया जाना चाहिए। समीक्षा बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा, प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला राज्य मंत्री अजीतपाल, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, इटावा से सांसद रामशंकर कठेरिया, एमएलसी अरुण पाठक, एमएलसी अविनाश सिंह, विधायक पूनम संखवार के अलावा एडीजी भानु भास्कर मंडलायुक्त डॉ। राजशेखर आईजी प्रशांत कुमार, डीएम नेहा जैन, एसपी स्वप्निल ममगाई और सीडीओ सौम्या पांडे मौजूद रहे। राष्ट्रपति के बड़े भाई रामस्वरूप भारती व भतीजे करण भारती भी उनसे मिलने पहुंचे।
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बुकनू व भगवा रंग का कुर्ता भेंट किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को समूह की महिलाओं ने बुकनू व भगवा रंग का कुर्ता भेंट किया। महिलाओं ने मुख्यंत्री से कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि इसे देने का मौका मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने उनकी मेहनत की हौसला अफजाई की। महिलाओं ने बताया कि खादी के कपड़े से इसे तैयार किया है। करीब 10 दिन के मेहनत इसे बनाने में लगी है। मुख्यमंत्री भगवा रंग का कुर्ता पहनते हैं इसलिए इसे ध्यान में रखकर बनाया गया।

मुख्यमंत्री के निर्देश
- गांव के हर घर एवं अंबेडकर पार्क में तिरंगा झंडा अवश्य फहराया जाए।
- हर जगह च्वच्छता हो कहीं गंदगी ना मिले। कोई अव्यवस्था ना हो और न कोई बनावटीपन हो।
- लाभार्थियों को कार्यक्रम स्थल पर दोपहर 12 बजे तक पहुंचा दें ताकि उनको गर्मी से बचाया जा सके।
- किसी लाभार्थी के साथ दुव्र्यवहार न किया जाए।
- कार्यक्रम के बाद लाभार्थियों को लंच पैकेज जरूर दें, पानी के लिए विशेष इंतजाम हों।
- जिस साधन से लाभार्थियों को कार्यक्रम स्थल पर लाया जाए, उन्हें सम्मान के साथ उसी साधन से वापस पहुंचाया जाए।
- कार्यक्रम के समापन के तत्काल बाद उन किसानों को मुआवजा दिलाया जाए, जिनकी फसल कार्यक्रम के चलते खराब हुई।
- कार्यक्रम के बाद गांच् में स्वच्छता का विशेष अभियान चले।