कानपुर (ब्यूरो) गवर्नर ने अपने संबोधन में कहा कि चौधरी साहब का जीवन धन्य है। दूसरों के लिए कुछ करने का जज्बा ही लोगों को महान बनाता है। ऐसे लोग विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैैं। पार्षद के बाद वे 42 साल तक पदेन सदस्य रहे थे। चौधरी साहब के आज नहीं होने के बाद भी इतना याद किया जाना उनके आदर्श जीवन को दर्शाता है।
बचपन से रहा इस परिवार से रिश्ता--महाना
औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि उनका इस परिवार का पुराना रिश्ता है। वे अपने पिता के साथ इस परिवार में आया करते थे। चौधरी हरमोहन सिंह जी के स्वभाव और उनकी निष्ठा व ईमानदारी से वह अच्छी तरह परिचित थे। यहां फैली शिक्षण संस्थाओं का जाल बता रहा है कि समाज को दिशा देने में उनके सिद्धांत आज भी काम आ रहे हैं।
नेता जी का जताया आभार
सांसद सुखराम सिंह यादव ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रपति हमारे गांव आए, इसके लिए हम उनके आभारी हैैं। ग्राम प्रधान से राज्यसभा तक का सफर चौधरी हरमोहन सिंह ने तय किया। गांव के विस्तार और आदर्श बनाने के लिये अपने पिता और नेता मुलायम सिंह का भी उन्होंने आभार जताया। उन्होंने अपने भाषण में चौधरी रामगोपाल को भी शामिल किया।