-सीएए पर फैले भ्रम को दूर करने के लिए रेली करने कानपुर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने विरोधियों को सख्त लहजे में दी चेतावनी

-जनता से भी किया आह्वान, नए भारत के निर्माण में तय करनी होगी आपको अपनी भूमिका, चुप बैठने या तटस्थ रहने से नहीं चलेगा काम

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KANPUR : सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) पर फैले कंफ्यूजन को दूर करने बुधवार को शहर आए सीएम योगी आदित्यनाथ काफी दिनों बाद अपने चिर-परिचित अंदाज में दिखे। उन्होंने जनता को बड़े प्यार से सीएए के बारे में बताया तो वहीं विरोधियों को सीधे शब्दों में चेतावनी दी। कहा, शांतिपूर्वक विरोध करना है तो करें, लेकिन विरोध के नाम पर अगर उपद्रव या हिंसा हुई तो ऐसी सजा मिलेगी कि आने वाली पीढि़यां याद रखेंगी। देश के खिलाफ षड्यंत्र किसी को नहीं करने देंगे। कश्मीर के खिलाफ आजादी के नारे लगाने वालों को देशद्रोही की श्रेणी में रखा जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नए भारत के निर्माण में आपको अपनी भूमिका तय करनी होगी। चुप बैठने से काम नहीं चलेगा। देश विरोधियों को भारत की जमीन छोड़नी होगी।

नहीं होने देंगे देश का 'चीरहरण'

साकेत नगर कॉमर्शियल ग्राउंड में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने देश के हालात को समझाने के लिए महाभारत का सहारा लिया। कहा, जब द्रौपदी का चीरहरण हुआ तो उन्होंने भरी सभा में इसके दोषी के बारे में पूछा। जब कोई जवाब नहीं दे सका तो विदुर ने बताया कि एक तिहाई वो लोग दोषी हैं जो जिन्होंने ये पाप किया, एक तिहाई वो हैं जो सभा में मौन बने बैठे रहे और एक तिहाई वो लोग हैं जो सब कुछ जानकर चुप रहे। अब देश में यह नहीं चलेगा। हम किसी कीमत पर हिंदुस्तान का चीरहरण नहीं होने देंगे।

महिलाएं धरने पर, पुरुष रजाई में

सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने सीएए के खिलाफ चल रहे महिलाओं के धरनों को लेकर तल्ख अंदाज में कहा कि जब कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों में सीधे विरोध करने की ताकत नहीं बची, तो बेशर्म होकर विरोध के नाम पर महिलाओं और बच्चों को आगे कर दिया गया। पुरुष घरों में रजाई ओढ़कर सो रहे हैं। जब इन महिलाओं और बच्चों से सीएए के बारे में पूछा गया तो उन्हें इसका मतलब ही नहीं मालूम। उन बेचारों को मोहरा बनाकर आगे कर दिया गया।

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पाक में कहां गए हिंदू

सीएम ने कहा कि जब पाकिस्तान बना तो वहां 23 परसेंट हिंदू था, अब सिर्फ 1 परसेंट है। क्या हुआ उनका, आखिर कहां गऐ वो? कांग्रेस कभी इसका जवाब पाकिस्तान से नहीं मांगती है। महर्षि अरविंद का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि जो देश के लिए काम करें वह देशभक्ति का काम और देश का विरोध करे तो वह पापी है। डॉ। भीमराव अंबेडकर का उदाहरण देते हुए कहा कि विभाजन के समय वह भारत के साथ रहे, यहां के विकास में योगदान दिया और आगे चलकर वह भारत रत्न हुए जबकि उसी समय जोगेंद्र नाथ मंडल ने मुस्लिम लीग का समर्थन किया और देश में ही गुमनामी की मौत मर गए।

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पाक और कांग्रेस को लताड़ा

सीएम ने आगे कहते हुए कहा कि सीएए का एनआरसी और एनपीआर से कोई लेना-देना ही नहीं है। यह कई बार स्पष्ट हो चुका है परंतु कांग्रेस, सपा, वामपंथी और अन्य विदेशी ताकतों के इशारे पर काम करने वाले एनजीओ भ्रम जाल फैला रहे हैं। पंजाब में ननकाना साहिब की यात्रा तक नहीं निकलने दी। एक सिख युवक की हत्या कर दी। कांग्रेस को इससे कोई लेनादेना नहीं है। कांग्रेस ने देश को 370 का घाव दिया, लेकिन बीजेपी ने इस घाव को साफ कर दिया।

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कानपुर से पीएम मोदी को लगाव

पीएम के कानपुर कनेक्शन पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को कानपुर से बेहद लगाव है। यही वजह है कि राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली मीटिंग यहां पर की गई। यहां की गंगा अब काफी निर्मल हैं। राम मंदिर का जिक्र छेड़ते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए 76 से अधिक लड़ाइयां लड़ी गई। 4 लाख हिंदू शहीद हुए, लेकिन कांग्रेस ने राम मंदिर की दिशा में कोई काम नहीं किया। जब भाजपा ने कदम बढ़ाया तो कांग्रेस के वकील कपिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में रोड़े अटकाते रहे।

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ध्यान से पढ़ लें हमारा घोषणा पत्र

जनसभा में चीफ गेस्ट के तौर पर आए सेंट्रल मिनिस्टर नरेंद्र सिंह तोमर ने उन लोगों को भाजपा का ईयर 2014 का घोषणापत्र एक बार फिर पढ़ने की सलाह दी, जो सीएए का विरोध कर रहे हैं। हमने जैसा वादा किया था, उसी को निभा रहे हैं। उसी वादे के आधार पर जनता ने चुनकर सरकार बनाई है। इंटरनेशनल लेवल पर भारत की स्थिति मजबूत हुई है। सीएए संसद से पास होकर कानून बन चुका है इसलिए सभी राज्यों को इसे मानना ही पड़ेगा।

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अखिलेश जरूर भरें फॉर्म

सभा में डिप्टी सीएम ने एक्स सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि अखिलेश कह रहे हैं कि वह एनपीआर का फॉर्म नहीं भरेंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि आजम खां के बेटे ने भी एक फॉर्म भरने में गलती थी, नतीजन उनकी विधायकी चली गई। इसलिए वह ऐसी गलती न करें और सभी फॉर्म भरें। इसी तरह प्रियंका गांधी का लेकर बोले कि उनका नाम अब प्रियंका ट्विटर वाड्रा हो जाना चाहिए। वह सिर्फ ट्वीट ही करती रहीं हैं और इसी चक्कर में अमेठी हार गईं और आगे की लोकसभा भी जल्द हार जाएंगी। सभा को कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, नीलिमा कटियार, चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय आदि ने भी संबोधित किया। यहां पर प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, परिवहन मंत्री अशोक कटारिया, क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, डॉ बीना आर्या, सुनील बजाज मौजूद रहे।