कानपुर(ब्यूरो)।चीन और अन्य देशों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए इंडिया में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी संक्रमण की आशंका को देखते हुए कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। कानपुर की बात करें तो फिलहाल कोवैक्सीन ही उपलब्ध है, जबकि शहर की बड़ी आबादी ने कोविशील्ड लगवाई गई है। कोविशील्ड उपलब्ध न होने से बूस्टर डोज लग नहीं पा रही है। इसी तरह बच्चों को लगाई जाने वाली भी वैक्सीन नहीं है।

38 प्रतिशत लगी सतर्कता डोज
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए एंटी कोरोना वैक्सीन लगाने का अभियान 16 जनवरी 2021 को हेल्थ केयर वर्कर से किया गया था। उसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्गो को वैक्सीन लगाई गई। इसके बाद गंभीर बीमारियों से पीडि़त 45 वर्ष से अधिक के लोगों का वैक्सीनेशन किया गया। इसके बाद 18 प्लस और फिर बच्चों का भी वैक्सीनेशन कराया गया्र। वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगवाने में लोगों ने उत्साह दिखाया, लेकिन सतर्कता डोज लगवाने में वह उत्साह नहीं दिखा। यही वजह है कि जिले में सिर्फ 38.03 प्रतिशत ने ही सतर्कता डोज लगवाई है।

कोवीशिल्ड व कार्बोवेक्स नहीं
जिले में कोविशील्ड नहीं है। लंबे समय से आपूर्ति नहीं होने से कोविशील्ड की पहली डोज लगवाने वालों को दूसरी और दूसरी डोज लगवाने वालों को सतर्कता डोज नहीं लग पा रही है। वहीं बच्चों के वैक्सीनेशन को कोर्बोवेक्स भी नहीं है, जिससे पहली डोज लगवाने वाले बच्चों को दूसरी डोज नहीं लग पा रही है। शासन को कई बार लिखा गया, लेकिन आपूर्ति नहीं हो सकी है।

स्टॉक में 3500 डोज
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एके कनौजिया ने बताया कि कोवैक्सीन की 3500 डोज स्टाक में उपलब्ध हैं। कोवैक्सीन की दोनों डोज लगाने वालों को शहर से लेकर ग्रामीण अंचल के 14 सेंटर्स पर सतर्कता डोज लगाई जा रही है। उसमें से दो सेंटर में 15 वर्ष व उससे अधिक उम्र के किशोर का वैक्सीनेशन किया जाएगा। जिन्होंने सतर्कता डोज नहीं लगवाई है, वह जरूर लगवा लें।

कोविशील्ड और कार्बोवेक्स वैक्सीन बहुत दिनों से मिली नहीं है, जिससे स्टॉक में नहीं है। सिर्फ कोवैक्सीन उपलब्ध है, जो 14 सेंटर पर लगाई जा रही है। उसमें से दो सेंटर पर 15 वर्ष के ऊपर के किशोरों के वैक्सीनेशन कराया जा रहा है।
- डॉ। एके कनौजिया, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी