-सीएमओ बोले, जनवरी के फ‌र्स्ट वीक में आ सकती है कोरोना वायरस से बचाने वाली वैक्सीन

- 48 घंटों के अंदर पूरा हो जाएगा सभी हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन, 21 कोर कमेटी करेंगी मॉनीटरिंग

- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वैक्सीनेशन की माइक्रोप्लानिंग के लिए 21 टीमें बनी

- वैक्सीनेशन में रिएक्शन होने पर 4 अस्पतालों में मिल सकेगा इलाज, 10 एंबुलेंस भी लगाई

KANPUR: कोरोना वायरस से बचाने वाली वैक्सीन कैसे लगेगी। इसके लिए ब्लू प्रिंट रेडी हो गया है। प्लानिंग के लिए शहर को 21 जोन में बांटा गया है। इन सभी जोन में वैक्सीनेशन की माइक्रोलेवल पर प्लानिंग के लिए 21 कोर कमेटी भी बनाई गई हैं। 21 में से 11 जोन शहरी क्षेत्रों में और 10 जोन रूरल एरियाज के हैं। इसके अलावा शहर की हर 10 लाख की आबादी पर एक सुपर इंस्पेक्टर भी तैनात किया जाएगा। जोकि वैक्सीनेशन पर नजर रखेगा।

8 हजार सिर्फ गवर्नमेंट के

सिटी में डॉक्टर्स और हेल्थ वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीन लगेगी । 8 हजार गवर्नमेंट सेक्टर के डॉक्टर्स और स्टाफ के साथ ही प्राइवेट सेक्टर के डॉक्टर्स और स्टाफ की संख्या 11 हजार है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इनके वैक्सीनेशन के लिए 40 टीमें अलग बनाई गई हैं। वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले 48 घंटों में ही इन सभी डॉक्टर्स और हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन की डोज लगा दी जाएगी। इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन शुरू होगा।

हर स्थिति के लिए तैयार

सिटी में कोरोना वायरस से बचाने वाली वैक्सीन अगले साल जनवरी महीने में ही आ जाने की संभावना है। ऐसे में शहर में चलने वाले सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान को लेकर तैयारियां भी युद्धस्तर पर चल रही हैं। वैक्सीनेशन कैसे किया जाएगा। इसकी प्लानिंग के साथ ही अगर वैक्सीन लगने के बाद किसी तरह का रिएक्शन होता है तो उसके मैनेजमेंट के लिए भी व्यवस्थाएं पहले से ही कर ली गई हैं। आम पब्लिक को वैक्सीन लगाने का काम जल्द से जल्द शुरू हो इसके लिए सभी हेल्थ वर्कर्स को दो दिन के अंदर ही वैक्सीन की डोज दे दी जाएगी।

हैलट टर्सरी केयर सेंटर

सिटी में कोरोना वायरस से बचाने वाली वैक्सीन को इतने बड़े पैमाने पर लगाया जाएगा। ऐसे में इससे अगर किसी भी तरह का रिएक्शन होता है। तो उससे बचने के लिए भी बड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीनेशन के दौरान होने वाली किसी भी तरह की इमरजेंसी से निपटने के लिए 10 एंबुलेंस अलग से लगाई गई हैं। जिसमें डॉक्टर के अलावा फार्मासिस्ट और एक वार्ड ब्वॉय भी तैनात रहेगा। इसके अलावा 4 एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन सेंटर भी बनाए जा रहे हैं। जहां वैक्सीन लगाने के बाद किसी तरह का रिएक्शन होने पर इलाज मिल सकेगा। उर्सला, केपीएम और कांशीराम अस्पताल प्राइमरी सेंटर के तौर पर और एलएलआर अस्पताल टर्सरी केयर सेंटर के तौर पर काम करेगा।

अर्बन क्षेत्रों में ट्रेनिंग शुरू

वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू करने को लेकर डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग का काम भी तेजी से चल रहा है। मास्टर ट्रेनर तैयार होने के बाद अब यह अर्बन एरिया में हेल्थ वर्कर्स की वैक्सीनेशन की ट्रेनिंग फ्राईडे को शुरू हो गई। अर्बन एरियाज में अर्बन सीएचसी, उर्सला, केपीएम अस्पताल, डफरिन के स्टॉफ की ट्रेनिंग शुरू की गई है।

डेटा पर एक नजर

11 जोन अर्बन एरियाज में और 10 रूरल में होंगे

19 हजार मेडिकल वर्कर्स को पहले लगेगी वैक्सीन

40 टीमें बनाई गई हैं इनके वैक्सीनेशन के लिए

4 हॉस्पिटल में मिलेगा इलाज रिएक्शन होने पर

10 एम्बुलेंस किसी भी इमरजेंसी के लिए तैयार

21वीं सदी में कानपुर में प्रमुख वैक्सीनेशन ड्राइव-

2007- एक साल से कम उम्र के बच्चों को हेपेटाइटिस बी टीकाकारण अभियान

2015- एक साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पेंटावैंलेट वैक्सीन का टीकाकरण

2017- निमोकॉकल वैक्सीन का टीकाकरण

2018- रोटा वायरस वैक्सीनेशन ड्राइव

2018- मीजल्स और रुबैला की वैक्सीन का बच्चों में टीकाकरण

2019- निमोकॉकल कांजुगेट वैक्सीन का टीकाकरण बच्चों को

नए साल के पहले महीने में ही वैक्सीन आ जाएगी। ऐसे में वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू करने के लिए सभी तैयारियां युद्धस्तर पर की जा रही हैं। ट्रेनिंग से वैक्सीनेशन का डाटा जुटाया जा रहा है। साथ ही इसके ट्रांसपोर्ट व स्टोरेज की व्यवस्थाएं भी पूरी कर ली गई हैं।

- डॉ.अनिल मिश्र, सीएमओ कानपुर नगर।