कानपुर (ब्यूरो) जेल अधीक्षक डॉ। बीडी पांडेय ने बताया कि चिल्ड्रेन पार्क में खेल रहे बच्चों की सुरक्षा के लिए पार्क में लेडी कांस्टेबिल की तैनाती की गई है। वर्तमान में जेल में अपनी मां के साथ आए सात बच्चे हैैं। जिनकी उम्र 6 साल से कम है। इनकी संख्या बढ़ती भी रहती है। चिल्ड्रेन पार्क में झूलों के अलावा बच्चों को समय-समय पर जेल मैनुअल के हिसाब से आउटिंग पर भी ले जाया जाता है। इस पार्क के मेंटिनेंस के लिए दो लोगों की ड्यूटी लगाई गई है, जो निर्धारित समय पर इस पार्क में पानी देने, घास लगाने और कलर्ड फ्लॉवर्स उगाने का काम कर रहे हैैं। सुबह शाम निर्धारित समय पर पार्क की देखभाल की जाती है। इसी दौरान बच्चों को ऐतिहासिक बातें बताई जाती हैैं और भारतीय संस्कृति की जानकारी भी दी जाती है।
जो महिलाएं किसी भी अपराध में पकड़ी जाती हैैं। उनके बच्चे की उम्र छह साल से कम हैैं और उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। उन बच्चों को मां के साथ जेल भेजा जाता है। महिला बंदियों की देखभाल के लिए महिला जेलकर्मी रहती हैैं साथ ही उनके बच्चों का भी ध्यान रखती हैैं।
जेल में बच्चों के लिए चिल्ड्रेन पार्क बनाया गया है, जिसकी शुरुआत कर दी गई है। बच्चों की सुरक्षा के लिए जेल कर्मी रहते हैैं।
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK