कानपुर (ब्यूरो)। लखनऊ एसटीएफ ने प्रधानमंत्री आवास के नाम पर ठगी करने वाले रेउना निवासी दो शातिरों को अरेस्ट किया है। उनके पास से 2 मोबाइल फोन, 2 कूटरचित वोटर आईडी, 2 बाइक और 2,650 रुपये बरामद किए हैैं। पूछताछ पर अभियुक्तों ने बताया कि वो आम आदमी की कूटरचित आईडी बनाकर सिम कार्ड खरीदते हैं। डूडा ऑफिस लखनऊ का अधिकारी बनकर उन्हीं मोबाइल नम्बरों से सीरियल नम्बरों पर कॉल करके लोगों को अपने जाल में फंसाकर, वाट्सएप से उनके कागजात मंगाते हैं। गैंग की महिलाओं से उन लोगों की आईडी पर नया बैंक खाता खुलवा लेते हैं। उन बैंक खातों में एसएमएस एलर्ट मोबाइल नम्बर के रूप में अपना मोबाइल नम्बर डलवा देते हैं। उसी एसएमएस एलर्ट नम्बर से यूपीआई आईडी बना लेते है।
इन मदों में मांगते थे रुपये
इसके बाद प्रधानमंत्री आवास दिलाने के लिए लोगों से क्रमश: रजिस्ट्रेशन के नाम पर, इसके बाद बैंक मैनेजर बनकर फाइल चार्ज के रूप में, फिर बैंक खाते में लो बैलेंस होने की बात कहकर लो बैलेंस मेन्टीनेंस चार्ज के रूप में रूपये फर्जी बैंक खातों में धोखे से डलवा लेते है। यदि ठगी का शिकार हुए व्यक्ति को शक हुआ तो वह अपना पैसा वापस मांगता है। उसको बताते है कि आपकी फाइल का जो खर्च आया है वह जमा कर दो तो आपका पैसा वापस कर दिया जायेगा। इसी तरह कई प्रकार के बहाने बताकर ठगी करते है। दिन भर में 4 से 6 लोगों को झांसा देकर 50 से 60 हजार रूपये तक की ठगी कर लेते है। ये लोग लगभग 20 बैंक खातों में ठगी का पैसा मंगाते है, जिसको यूपीआई व एटीएम के माध्यम से तत्काल निकाल लेते है।
इन दोनों को किया गिरफ्तार
एएसपी विशाल विक्रम सिंह के निर्देशन में एसटीएफ हेडक्वार्टर की साइबर टीम ने इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह नेतृत्व में इनफार्मेशन कलेक्ट की। इसके बाद रेउना थाना क्षेत्र के राम नगर के प्रदीप सिंह उर्फ काला और सनी सिंह को अरेस्ट किया है।