- समर्थकों के साथ गंगा बैराज पर बैठे चंद्रशेखर
- घंटों चलता रहा हंगामा, बैराज बना छावनी
kanpur : सिटी के हॉस्पिटल में एडमिट रोशनी से मिलने पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण को पुलिस ने गंगा बैराज पर रोक लिया। दरअसल चंद्रशेखर काफिले के साथ जाना चाहते थे। उनका स्वागत करने के लिए संगठन के लोग वहां मौजूद थे। भीम आर्मी चीफ को रोके जाने पर कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। चंद्रशेखर ने कहा कि वे अपनी बहन से मिलने आए थे, लेकिन कानपुर पुलिस उन्हें बहन से मिलने की परमीशन नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अपराध को तो नहीं रोक पा रही है लेकिन उनके लोगों और उन्हें रोका जा रहा है।
एम्स में इलाज कराने की मांग
चंद्रशेखर ने कहा कि कानपुर उनका गृहजनपद है और उन्हें भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। उनकी मांग है कि उनकी बहन को बेहतर इलाज के लिए एम्स ले जाया जाए। जिससे उसकी हालत जल्दी ठीक हो सके।
पहले से ही मौजूद था पुलिस बल
भीम आर्मी चीफ का मंडे सुबह आने का प्रोग्राम था। इस वजह से हॉस्पिटल के बाहर दो सीओ और तीन थानों की पुलिस के साथ महिला पुलिस की तैनाती कर दी गई थी। दोपहर बाद तक जब चंद्रशेखर अस्पताल नहीं पहुंचे तो पुलिस प्रशासन ने अपनी रणनीति बदल कर चंद्रशेखर को गंगा बैराज पर रोकने की योजना बनाई। लगभग साढ़े चार बजे जब चंद्रशेखर बैराज पहुंचे। वहां पहले से ही सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता, एसपी वेस्ट डॉ। अनिल कुमार, सीओ कर्नलगंज, सीओ नजीराबाद और सीओ स्वरूप नगर समेत 10 थानों की पुलिस मौजूद थी और उन्हें राेका गया।
रोशनी की हालत में हो रहा है सुधार
रोशनी की हालत में लगातार सुधार हो रहा है। मंडे को उसके हाथ पैरों का मूवमेंट भी बीते दिनों के मुकाबले ज्यादा रहा। डॉक्टरों के मुताबिक अगर उसकी हालत में इसी तरह इंप्रूवमेंट होगा ते वे जल्द ही रोशनी को इंजेक्ट फूड दे सकेंगे।