- नगर निगम और पीडब्लूडी ने मिलकर तैयार किया इस्टीमेट
-आईआईटी टीम ने किया इंस्पेक्शन, पूरी फिट मिली बिल्डिंग
KANPUR : सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद कोपरगंज स्थित चाचा नेहरू हॉस्पिटल को संवारने के लिए कार्ययोजना के बाद इसमें आने वाले खर्च का इस्टीमेट भी तैयार कर लिया गया है। इसमें सभी तरह की मेडिकल फैसिलिटी को शामिल किया गया है, जो हर हॉस्पिटल में मिलती हैं। नगर निगम और पीडब्लूडी ने सर्वे कर 4.43 करोड़ रुपए से हॉस्पिटल के जीर्णोद्धार का प्लान बनाया है। हालांकि थर्ड वेव आने के बाद तक इसका निर्माण चलता रहेगा, लेकिन नगर निगम बिना टेंडर किए 5 से 10 लाख रुपए खर्च कर इसको ओपीडी और 5 बेड के साथ हॉस्पिटल को शुरू करेगा।
आईआईटी की नजर में स्ट्रक्चर फिट
फ्राइडे को आईआईटी, नगर निगम और पीडब्लूडी विभाग ने मिलकर हॉस्पिटल की बिल्डिंग की जांच की। जिसमें फौरी तौर पर पाया गया कि बिल्डिंग का स्ट्रक्चर मजबूत है। हालांकि हॉस्पिटल के पीछे बनी रेजिडेंशियल बिल्डिंग जर्जर है और उसे कंडम घोषित किया जाएगा। बिल्डिंग की जांच टीम में आईआईटी से स्ट्रक्चर इंजीनियरिंग के हेड डा। वीरेंद्र पांडेय, पीडब्लूडी से अधिशाषी अभियंता बिल्डिंग एससी गुप्ता और नगर निगम चीफ इंजीनियर एसके सिंह शामिल रहे। चीफ इंजीनियर ने बताया कि आईआईटी बिल्डिंग की कंप्लीट जांच कर रिपोर्ट 15 दिन में देगा।
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नगर निगम देगा पूरा बजट
चीफ इंजीनियर के मुताबिक थर्ड वेव की तैयारियों को देखते हुए फर्स्ट फेज में ओपीडी और कोविड फैसेलिटी के साथ 5 बेड शुरू किए जाएंगे ताकि बच्चों को कुछ देर परीक्षण के लिए रोका जा सके। इसके लिए नगर निगम बिना टेंडर किए 5 से 10 लाख रुपए खर्च कर अरेजमेंट करेगा। इसके बाद पूरी बिल्डिंग के रेनोवेशन के लिए नगर निगम टेंडर कॉल करेगा। बता दें कि सेकेंड फेज में ऑक्सीजन सहित 30 बेड चालू किए जाएंगे और थर्ड फेज में 20 बेड पीआईसीयू के शुरू किए जाएंगे।
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कमेटी तैयार कर रही प्रपोजल
हॉस्पिटल को चालू करने के लिए प्रपोजल तैयार करने के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.आरबी कमल की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। कमेटी में बाल रोग एक्सपर्ट हैलट डॉ। यशवंत राव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी (चिकित्सा) डॉ। अमित सिंह हैं। कमेटी को 5 दिन में हॉस्पिटल के संचालन के लिए कितना स्टाफ, कितने वेंटीलेटर, बाईपैप व मॉनीटर आदि चाहिए, इसकी डिटेल तैयार करनी है।
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सेंट्रली एसी होगा हॉस्पिटल
हॉस्पिटल को पूरी तरह सेंट्रली एसी तैयार किया जाएगा। 8 हजार स्क्वायर फीट एरिया में कूलिंग के लिए प्लांट लगाए जाएंगे। इसमें नगर निगम 45 लाख रुपए खर्च करेगा। बता दें कि हॉस्पिटल में 300 बेड तक की क्षमता है। महापौर प्रमिला पांडेय के अनुरोध पर लखनऊ से एक कंसल्टेंट अभय सिंह बघेल ने निरीक्षण भी किया था। जिसमें उन्होंने 300 बेड तक हॉस्पिटल कैपेसिटी की बात कही थी। फिलहाल 100 बेड बच्चों के लिए हॉस्पिटल के तौर पर ही इसे तैयार किया जा रहा है।
5 डॉक्टर समेत लगभग 100 का स्टाफ
चाचा नेहरू हॉस्पिटल में हॉस्पिटल के संचालन के लिए कितना स्टाफ और हॉस्पिटल संचालन के लिए कितने वेंटीलेटर, बाईपैप व मॉनीटर आदि की जरूरत होगी। इसके लिए कमेटी तैयार की गई थी। सोर्सेज के मुताबिक अभी 50 बेड के हिसाब से स्टाफ का आंकलन किया गया है। हेल्थ मैनुअल को ध्यान में रखते हुए 5 पिडियाट्रिक डॉक्टर समेत 100 का स्टाफ रखा जा सकता है। इसमें फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, डाटा ऑपरेटर, पैरामेडिकल स्टाफ और स्वीपर भी शामिल हैं। सैटरडे को कमेटी की मीटिंग प्रस्तावित है, जिसमें इस पर मुहर लग सकती है। कमेटी में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.आरबी कमल की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। कमेटी में बाल रोग एक्सपर्ट हैलट डॉ। यशवंत राव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी (चिकित्सा) डॉ। अमित सिंह हैं।
इन सुविधाओं पर इतना खर्च
बिल्डिंग रेनोवेशन में - करीब 2.50 करोड़
सेंट्रली एयरकंडीशन - 45.20 लाख
लिफ्ट - 28 लाख
रेन वॉटर हॉर्वेस्टिंग - 6 लाख
फॉल सीलिंग - 12.64 लाख
ओवरहेड वाटर टैंक - 40 लाख
अंडरग्राउंड वाटर टैंक - 20 लाख
बाउंड्री वॉल और ग्राउंड का मेंटेनेंस - 36 लाख
'' आईआईटी और पीडब्लूडी के साथ बिल्डिंग का इंस्पेक्शन किया गया था। जिसमें प्रथमदृष्टया बिल्डिंग हॉस्पिटल चलाने के लिए ठीक है। आईआईटी की डिटेल्ड रिपोर्ट आनी बाकी है। 4.43 करोड़ रुपए का इस्टीमेट तैयार किया गया है। जल्द ही इसके टेंडर कॉल किए जाएंगे.''
-एसके सिंह, चीफ इंजीनियर, नगर निगम।