कानपुर (ब्यूरो) एग्जाम तीन पालियों में कराए जा रहे हैं। 10 जिलों में 242 सेंटर बनाए गए हैं, जिनमें 40 अनुदानित, 12 राजकीय तथा 190 स्ववित्तपोषित कॉलेज हैं। इन सभी केंद्रों की निगरानी यूनिवर्सिटी द्वारा सेन्ट्रलाइजड सर्विलांस सिस्टम से कराई जा रही है। ताकि एग्जाम नकलविहीन हो। अगर किसी सेंटर पर अनियमितता दिखती है या नकल की स्थिति पाई जाती है तो तकनीकी सहायक उसी समय की सीसीटीवी फुटेज की वीडियो क्लिप रिकॉर्ड करेंगे। इसके बाद संबंधित सेंटर पर कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई की डिटेल यूनिवर्सिटी रिपोर्ट में तथा निर्धारित प्रारुप पर भी अंकित किया जाएगा। ये सभी परीक्षा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजित की जा रही हैं।

कैमरे बंद मिले तो कार्रवाई
कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक ने पहले ही सभी कॉलेजों को जिम्मेदारी के साथ एग्जाम कराने के निर्देश जारी किए थे। कॉलेजों को निर्देश दिया है कि एग्जाम के दौरान अगर किसी कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे बंद पाए जाते हैं या यूनिवर्सिटी से उसकी कनेक्टिविटी किसी कारण वश नही हो पाती है, तो इस दशा में कॉलेज को कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। उन्होने कहा कि यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड किसी भी एग्जाम सेंटर में अनियमितता ना हो सके इसके लिए सेंट्रलाइज्ड निगरानी का इंतजाम किया है। हर परीक्षा केंद्र के कक्ष में सीसीटीवी के माध्यम से पूरी सजगता रखी जा रही है।