- बर्रा में लैब टेक्निशियन संजीत यादव की किडनैपिंग और हत्या के मामले में परिजनों की मांग शासन ने मानी, मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश
KANPUR : बर्रा में लैब टेक्निशियन संजीत यादव की किडनैपिंग और हत्या के मामले में शासन ने सीबीआई जांच की संतुति कर दी है। जिसके बाद अब इस पूरे मामले जांच कानपुर पुलिस की बजाय सीबीआई करेगी। कानपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए संजीत के परिजनों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। संडे सुबह उनकी मांग को मानते हुए शासन ने मामले की सीबीआई जांच करने की संस्तुति कर दी।
22 जून को लैब टेक्निशियन संजीत यादव को किडनैप कर लिया गया था। 13 जुलाई को बर्रा पुलिस की मौजूदगी में परिजनों ने किडनैपर्स को फिरौती भी दे दी, लेकिन संजीत वापस नहीं आया। मामला मीडिया में हाईलाइट हुआ तो बर्रा इंस्पेक्टर सस्पेंड कर दिए गए। मामले की जांच आगे बढ़ी तो पुलिस ने संजीत की किडनैपिंग और मर्डर के आरोप में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें से चार संजीत के दोस्त ही है। हालाकि गिरफ्तारी और हत्या की पुलिस की कहानी पर पहले दिन से ही सवाल खड़े हो रहे थे। संजीत की डेडबॉडी का भी अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। पुलिस फिरौती देने की गुत्थी को भी नहीं सुलझा सकी है। पुलिस की इस कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर एसपी साउथ अर्पणा गुप्ता, तत्कालीन सीओ गोविंद नगर मनोज गुप्ता समेत 11 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था।
धरने पर नहीं बैठे परिजन
संजीत के शव का पता नहीं चल पाने और सही से जांच नहीं होने से नाराज संजीत यादव के परिजन संडे सुबह शास्त्री चौक पर धरना देने के लिए पहुंच गए। इसकी सूचना पुलिस अधिकारियों को लगी तो आनन फानन में फोर्स शास्त्री चौक पहुंचा। जहां पुलिस अधिकारियों ने पिता चमन और बहन रुचि को समझाया और सीबीआई जांच की मांग मान लेने की जानकारी उन्हें दी। जिसमें बाद परिजन धरने पर नहीं बैठने पर राजी हुए और दोबारा घर लौट गए।