कानपुर (ब्यूरो)। अभी हम पेट्रोल में 12 परसेंट इथेनॉल मिलाने का टारगेट पूरा कर चुके हैैं। 15 परसेंट के करीब पहुंचने वाले हैं। साल 2025-26 तक पेट्रोल में 20 परसेंट इथेनॉल को मिलाना है। यह बातें फ्राइडे को नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट (एनएसआई) के कॉन्वोकेशन में ज्वाइंट सेंक्रेटरी (शुगर) सेंट्रल गवर्नमेंट अश्विनी श्रीवास्तव ने कहीं। वह कॉन्वोकेशन में बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर आए थे। कॉन्वोकेशन में 2020-21, 2021-22 और 2022-23 बैच के स्कालर स्टूडेंट्स को मेडल और 745 स्टूडेंट्स को डिग्री व र्सिर्टफिकेट दिए गए।

मक्के से इथेनॉल
अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि अब हम गन्ने के अलावा मक्के से इथेनॉल प्रोडक्शन करना स्टार्ट करेंगे। कुछ शुगर मिल्स ने इस काम को स्टार्ट भी कर दिया है। इसके अलावा शुगर मिल्स से निकलने वाले फिल्टर केक (वेस्ट) से सीबीजी (बायोगैस) को बनाकर सीएनजी में मिलाया जाएगा। बताया कि इस बार महाराष्ट्र और कर्नाटक मेें कम बारिश के चलते 320 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) गन्ने के प्रोडक्शन का अनुमान है। ऐसे में आदेश जारी कर दिया गया है कि केवल 17 एलएमटी गन्ने से इथेनॉल प्रोडक्शन किया जाएगा। इसके अलावा 303 एलएमटी गन्ने का यूज शुगर प्रोडक्शन में होगा।

यूथ ने इंडिया को बनाया वल्र्ड की 5वीं जीडीपी
यूथ के द्वारा किए जा रहे मेहनत और इनोवेशन की बदौलत इंडिया की जीडीपी वल्र्ड में पांचवे स्थान पर है। आजादी के शताब्दी वर्ष पर इंडिया डेवलप कंट्री बन जाएगी, जिसमें आप जैसे यूथ इंपार्टेंट रोल प्ले करेंगे। यह बातें एनएसआई के 51वें कान्वोकेशन के मौके पर सेंट्रल स्टेट मिनिस्टर साध्वी निरंजन ज्योति ने कहीं। वह कान्वोकेशन में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुई थी। स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपको कभी भी अपने इंस्टीट्यूट और मां बाप को नहीं भूलना चाहिए। यहां के एलुमिनाई यहां से जुड़े हैं, यह बड़ी उपलब्धि है।

17 मेडल, 40 कैश प्राइज
एनएसआई के 51वें कॉन्वोकेशन में सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से दिए जाने वाले महात्मा गांधी मेमोरियल गोल्ड मेडल शुगर टेक्नोलॉजी कोर्स में सेशन 2020-21 में ललित मोहन, 2021-22 में हिमांशु पांडेय को और 2022-23 में सैमसन अकोरेडे एडोये को दिया गया। इनके अलावा स्कालर्स को टोटल 17 मेडल व 40 कैश प्राइज से सम्मानित किया गया। कॉन्वोकेशन का शुभारंभ शोभा यात्रा के साथ हुआ। चीफ गेस्ट, विशिष्ट अतिथि और एनएसआई डायरेक्टर प्रो। नरेंद्र मोहन ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया।
कॉन्वोकेशन में टोटल 745 स्टूडेंट्स को फेलोशिप, पीजी डिप्लोमा व सर्टिफिकेट दिया गया। डायरेक्टर प्रो। नरेंद्र मोहन ने एनएसआई की प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश की। महात्मा गांधी गोल्ड मेडल पाने वाले नाइजीरिया के सैमसन और ललित मोहन नहीं आ सके।
तीन नए स्पांसर्स मेडल की घोषणा
कॉन्वोकेशन में तीन नए स्पांसर्ड गोल्ड मेडल दिए जाने की घोषणा भी की गई। डायरेक्टर प्रो। मोहन ने बताया कि बलरामपुर चीनी मिल्स के एमडी की मां के नाम पर पदमश्री मीनाक्षी सरावगी गोल्ड मेडल और 20 हजार कैश प्राइज दिए जाने की घोषणा की। इसके अलावा डालमिया भारत शुगर मिल्स की ओर से डालमिया भारत गोल्ड मेडल साथ में 20 हजार और एलुमिनाई डॉ। जीडी निगम की ओर से गोल्ड और सिल्वर मेडल दिया जाएगा। यह तीनों नए मेडल्स को देने की शुरुआत अगले कॉन्वोकेशन, सेशन 2023-24 में पास होने वाले स्टूडेंट्स से की जाएगी।

दो स्टूडेंट्स को मिली फेलोशिप
कॉन्वोकेशन में दो स्टूडेंट्स को फेलोशिप दी गई। डायरेक्टर प्रो। नरेंद्र मोहन ने बताया कि नान सल्फर शुगर बनाने वाले मोहित कुमार जो कि इस समय एनएसआई में कार्यरत हैैं। इनके अलावा त्रिवेणी इंजीनियरिंग के डीजीएम और सुपर शुगर बनाने वाले राजेश सिंह को यग फेलोशिप मिलेगी।