स्टिंग ऑपरेशन

- बरेली में रोडवेज की बस में दो बोरी बारूद मिलने के बावजूद रोडवेज अफसरों की नहीं खुली आंख

- झकरकटी बस अड्डे पर रोडवेज बस चालक व कंडेक्टर बिना जांच व बुकिंग के लगेज ले जाते

KANPUR। रोडवेज की एसी बसों में विस्फोटक पदार्थ भेजो या फिर कोई भी गैरकानूनी सामान, ड्राइवर-कंडक्टर को इससे कोई मतलब नहीं है। उनका मतलब तो सिर्फ इतना है कि उन्हें पैसा दो और कुछ भी माल लोड कर कहीं भी भेज दो। हैरात की बात तो यह है कि रोडवेज के आफिसर्स इस खेल को देख रहे हैं, इसके बावजूद उनके मुंह बंद हैं। बरेली में संडे को रोडवेज बस में दो क्विंटल विस्फोटक पकड़े जाने के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने मंडे को झकरकटी बस अड्डे पर स्टिंग ऑपरेशन किया। इस दौरान जो दिखा वह बेहद चौकाने वाला हैं। जनरथ बस में बिना बुकिंग व बिना जांच कराए कंडक्टर को 100 से 200 रुपए देकर कोई भी लगेज बिना जांच के कहीं भी भेजा जा सकता है, फिर चाहे वह बारूद हो या एके-47 असाल्ट रायफल।

लगेज बॉक्स में रखते सामान

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने झकरकटी बस अड्डे में स्टिंग ऑपरेशन कर एक वीडियो भी बनाया है। जिसमें बस के कंडक्टर व पैक कॉर्टन भेजने वाले शख्स के बीच की बाते साफ सुनी जा सकती है। कंडक्टर ने फतेहपुर तक वह कॉर्टन पहुंचाने के लिए 100 रुपए लिए और फिर उसने खुद उस कॉर्टन को अपनी बस के लगेज बॉक्स में रखा। देखने वाली बात यह रही कि बस के कंडक्टर व ड्राइवर ने उस कॉर्टन में क्या है। इसकी जांच करना भी जरूरी नहीं समझा।

उनको तो सिर्फ पैसा चाहिए

झकरकटी बस अड्डे में एक नहीं बल्कि अधिकतर बस कंडक्टर व ड्राइवर लगेज की बिना बुकिंग व जांच किए बस में पैक्ड लगेज रखा रहे थे। उनको इससे कोई मतलब नहीं है कि उस लगेज में बम है या फिर बारूद, उनको तो सिर्फ पैसा चाहिए जो वह लगेज रखते ही ले लेते हैं।

लगेज के साथ कोई नहीं जाता

झकरकटी बस अड्डे में बसों में बिना जांच व बुकिंग के भेजे जाने वाले लगेज के साथ कोई नहीं जा रहा था। सभी कंडक्टर का फोन नंबर व बस की नंबर प्लेट की फोटो खींच कर चले जा रहे थे। लगभग आधा घंटे वहां पर खड़े रहने पर पता चला कि यहां से माल भेजने वाला कोई और होता है और वहां पर लगेज रिसीव करने वाला कोई दूसरा व्यक्ति होता है। इससे साफ है कि इन बसों के जरिए सेफ तरीके से कोई भी 'खतरनाक' सामान एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा जा सकता हैं।

(बॉक्स बनाएं)

रिपोर्टर व कंडेक्टर की बातचीत

रिपोर्टर- भाई साहब एक टीवी इलाहाबाद ले जानी है।

कंडेक्टर- लगेज बॉक्स में रख दीजिए

रिपोर्टर- बुकिंग तो नहीं करानी होगी

कंडेक्टर- कोई बुकिंग नहीं करानी पड़ेगी

रिपोर्टर- इसका कितना पैसा लगेगा

कंडेक्टर- हम 200 रुपए लेंगे

रिपोर्टर- माल सेफ तो रहेगा कोई झंझट तो नहीं है

कंडेक्टर- ये तो टीवी है, रोज लोग लाखों रुपए का माल ऐसे ही जाता है

रिपोर्टर- इलाहाबाद में कहां उतारेंगे, किसको देना है, कैसे होगा यह सब

कंडेक्टर- गाड़ी नंबर व मेरा फोन नंबर ले लो, इलाहाबाद पहुंचते ही मैं कॉल कर दूंगा, आप आपने आदमी को भेज दीजिएगा।

रिपोर्टर- कोई दिक्कत तो नहीं होगी, अगर चेकिंग में पकड़ा गया तो

कंडेक्टर- उसकी टेंशन न लीजिए, सब कुछ मैनेज होता है। आपका माल सेफ पहुंचेगा।

एक कॉर्टन भेजने का रेट

इलाहाबाद 200 रुपए

फतेहपुर 100 रुपए

लखनऊ 100 रुपए

कन्नौज 100 रुपए

दिल्ली 300 रुपए

वाराणसी 250 रुपए