कानपुर (ब्यूरो) उन्होंने कहा कि यह सिर्फ दिल ही नहीं, शरीर के दूसरे अंगों के लिए हानिकारक है।अवन में अधिकतर लोग खाना गर्म करने के लिए प्लास्टिक के बर्तन का इस्तेमाल करते हैं । इलेक्ट्रोमैगनेटिव वेव प्लास्टिक से केमिकल्स रिएक्शन करके भोजन में ट्रांसफैट पैदा करते हैं, जो दिल के लिए खतरनाक हो सकता है।उन्होंने कहा कि माइक्रोवेव, अवन और पैक्ड व फास्ट फूड के सेवन से आमजन बच कर रहें। दिल के रोग के लिए जीवनशैली को जिम्मेदार माना जाता है, लेकिन अनुवांशिक और प्रदूषण भी दिल की बीमारी बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।कार्यक्रम में डा। राकेश वर्मा, डा। उमेश्वर पांडेय, डा। एसके सिन्हा और डा। अवधेश शर्मा मौजूद रहे।

भोजन में कैलोरी की अधिकता दिल पर भारी

वेज या नान वेज दोनों खाना खा सकते हैं पर हर किसी को ध्यान देना होगा कि वह कितनी कुल कैलोरी ले रहा है। एक्सरसाइज करें पर अगर फलों-सब्जियों के साथ सलाद का सेवन करेंगे तो हार्ट को दुरुस्त रखने का रास्ता भी बनाएंगे।