कानपुर (ब्यूरो) पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार रात शव घर पहुंचा तो पुलिस प्रशासन जानना चाह रहा था कि परिवार आखिर अंतिम संस्कार कहां करेगा? लेकिन परिजनों ने आपसी चर्चा कर घटनास्थल की जगह पर ही अंतिम संस्कार की बात कही थी। बुधवार सुबह मंडलायुक्त डा। राजशेखर, आईजी प्रशांत कुमार, एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति गांव पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात की और बड़ी जद्दोजहत के बाद बिठूर में अंतिम संस्कार को राजी कर लिया। इसके बाद पुलिस ने शव वाहन और रिश्तेदारों के जाने के लिए बस मंगाई। अधिकारी भी उनके साथ ही बिठूर तक गए। वहीं शिवम का कहना है कि जहां उनकी मां और बहन की जान गई वहां समाधिस्थल बनाएंगे साथ ही उनकी मूर्ति भी लगाएंगे।
जानवर नहीं मरा है
शव वाहन का चालक शव लेकर आगे चला तो शिवम व अन्य ने मामा के आने तक रुकने को कहा, लेकिन गलती से चालक आगे तक चला गया। गांव के बाहर पीपल के पास कुछ रिवाज भी कराए जाते हैं। इस पर शिवम ने नाराजगी जताई चिल्लाते हुए बोला जानवर नहीं मरा है जो इतनी जल्दी कर रहे हो। तब पुलिस वालों ने उसे शांत कराया। इसके बाद मामा को बुलाया गया और शव को फिर से वापस घर की तरफ ले जाया गया। परंपरा के अनुसार शिवम के मामा ने अपनी बहन के शव को हाथ लगाया इसके बाद फिर से वे लोग वहां से चले।