कानपुर (ब्यूरो)। इस हाई प्रोफाइल मामले को पुलिस ने दबाने की काफी कोशिश की थी, लेकिन मीडिया की सुर्खियों में आने पर पुलिस ने बैकफुट में आकर चार्जशीट दाखिल कर दी थी। कोर्ट से वारंट जारी होने पर पुलिस ने उसको दबोच तो लिया, लेकिन मीडिया के सामने लाए बिना ही उसे जेल भेज दिया।
बेइज्जत कर घर से निकाला
कल्याणपुर एनआरआई सिटी निवासी बिजनेसमैन सुनील खेमका के बेटे आयुष के खिलाफ एक डिजाइनर की बेटी ने 13 मार्च को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीडि़ता के मुताबिक उसको आयुष से एक सहेली ने मिलवाया था। आयुष ने दोस्ती करने के बाद प्यार का इजहार किया तो उसने आयुष पर भरोसा कर लिया। आयुष उसको कई जगह घुमाने भी ले गया। आयुष ने शादी का वादा कर उसके साथ फिजिककल शारीरिक संबंध बनाए। उसने कुछ दिनों बाद जब आयुष पर घरवालों से शादी की बात करने के लिए कहा तो आयुष ने उससे बात करना बंद कर दिया। वह अपने परिजनों को लेकर आयुष के घर गई तो आयुष के पिता सुनील और मां नीलम ने भी शादी से इंकार कर दिया। साथ ही उनको बेइज्जत कर घर से निकाल दिया। जिससे आहत पीडि़ता ने आयुष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
मामला दबाए रही थी पुलिस
पीडि़ता ने 13 मार्च को एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस जब यह पता चला कि यह खेमका परिवार का मामला है तो पुलिस ने मामले को दबा दिया। चार दिन के बाद जब मीडिया की सुर्खियों में यह मामला आया तो पुलिस अफसरों ने सामने आकर रिपोर्ट दर्ज किए जाने की पुष्टि की। इसके बाद भी पुलिस पीडि़ता पर समझौते का दबाव बनाती रही। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रिपोर्टर ने पीडि़ता से बात की तो उसने बताया कि पुलिस आयुष को गिरफ्तार करने के बजाए पीछे से उसकी ही मदद कर रही थी।
क्यों नहीं लाए मीडिया के सामने
इस हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस की भूमिका पर शुरुआत से सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने जिस तरह से आयुष को गिरफ्तार कर जेल भेजा, उससे एक बार फिर पुलिस फिर सवालों के घेरे में आ गई। छोटे छोटे मामलों में गुडवर्क के बाद फोटो सेशन कराने वाली पुलिस ने इस मामले में आरोपी को बिना मीडिया के सामने लाए जेल भेज दिया, ताकि उससे कोई सवाल न पूछ सके।
पार्टी व शराब का शौकीन
दुष्कर्म के आरोप में पकड़ा गया आयुष अय्याश प्रवृत्ति का था। इसकी पुष्टि उसके साथ पढ़ने वाले कुछ लोगों ने की है। वह अक्सर दोस्तों के साथ पार्टी करता था। जिसमें लड़कियां भी शामिल होती थीं। उसकी कई लड़कियों से दोस्ती थी। वह अक्सर लड़कियों का फायदा उठाने की कोशिश करता था।
'आयुष की लोकेशन सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के पास मिली थी। पुलिस ने घेराबंदी कर उसको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस पर लगाए जा रहे आरोप गलत हैं।'
- अश्वनी पांडेय, इंस्पेक्टर कल्याणपुर
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