- आईसीएसई स्कूलों का फैसला, स्टूडेंट्स को स्कूल आना होगा

- मंडे से इस फैसले पर अमल स्कूलों में दिखना शुरू हो जाएगा

- 9 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स पर ही यह फैसला लागू किया जाएगा

-05 हजार से अधिक स्टूडेंट्स 2021 के आईसीएसई बोर्ड एग्जाम में बैठेंगे

KANPUR: सिटी में कोरोना का दम तेजी से निकल रहा है। इसे देखते हुए एजुकेशनल एक्टीविटीज में तेजी आ रही है। एजुकेशनल सिस्टम को दोबारा पटरी पर लाने के प्रयास तेजी से हो रहे है। अब आईसीएसई स्कूलों ने इसमें नई कड़ी जोड़ दी है। भले ही अभी तक स्टूडेट्स कोरोना महामारी के चलते घर बैठकर ऑनलाइन पढ़ाई करते रहे हों, पर अब आने वाले मंडे से उन्हें स्कूल आना होगा।

बोर्ड एग्जाम की ठोस तैयारी

बोर्ड परीक्षा की ठोस तैयारी स्टूडेंट्स कर सकें, इसके लिए जिले के कई आइसीएसई स्कूलों ने स्टूडेंट्स को बुलाने का फैसला किया और ऑनलाइन स्टडी बंद हो जाएगी। दरअसल तमाम छात्रों का यह भी कहना था, कि ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान उन्हें कई विषयों को समझने में व्यावहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि क्लास में टीचर से अपनी समस्या को लेकर कम्यूनिकेशन किया जा सकता है। ऐसे में स्कूल मैनेजमेंट ने बोर्ड एग्जाम का समय नजदीक देखते हुए छात्रों को स्कूल आने के लिए कह दिया है। हालांकि यह निर्णय नौवीं से 12वीं क्लास तक के स्टूडेंट्स पर ही लागू होगा।

पेरेंट्स से मिली कन्सेंट

स्टूडेंट्स को स्कूल बुलाने के लिए पेरेंट्स की कन्सेंट यानि सहमति मिल गई है। इसी वजह से ऑनलाइन स्टडी को बंद किया गया है। हालांकि अब प्रिंसिपल प्रदेश सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। अगर सरकार समानांतर व्यवस्था के तौर पर ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प मुहैया कराती है तो संचालकों को ऑनलाइन पढ़ाई करानी होगी।

अप्रैल या मई में बोर्ड परीक्षाएं हो सकती हैं। स्टूडेंट गंभीरता से तैयारी कर सकें, इसके लिए कई स्कूलों ने नौवीं से 12वीं क्लास तक के स्टूडेंट्स को स्कूल बुलाने का फैसला किया है। स्टूडेंट स्कूल आएंगे तो उनका ही फायदा होगा।

- केवी ¨वसेंट, सिटी कोआर्डिनेटर, आईसीएसई